लखनऊ: भगवान श्री कृष्ण ने पुरी दुनिया को संदेश दिया था कि जो लोग गाय का पालन करेंगे उनका पालन स्वयं गाय करेगी। भगवान श्रीकृष्ण का यह संदेश आज भी उतना ही प्रभावशाली है। पशुपालन भारत के लिए नई बात नहीं है। भगवान श्रीकृष्ण के समय से ही भारत खासकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) गोकुल में गायों का पालन पोषण होता रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश डेयरी और पशुपालन के क्षेत्र में नई संभावनाओं वाला प्रदेश बनकर उभरा है।
ये बातें केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला (Purushottam Rupala) ने शनिवार को जीआईएस-23 (UPGIS-2023) के दधीचि हाल में आयोजित डेयरी एवं पशुपालन के क्षेत्र में संभावनाओं विषय पर सत्र में कही। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जीआईएस-23 यूपी की प्रगति के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर धर्मपाल सिंह ने गाय को माता ही नहीं भाग्यविधाता बताया।
टेक्नोलॉजी के प्रयोग से यूपी पूरे विश्व में बनेगा दुग्ध उत्पादन में अग्रणी राज्य
केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि जहां कानून व्यवस्था सुदृढ़ होती है वहीं निवेशक आते हैं और आज यह बात जीआईएस-23 के कार्यक्रम को देखकर सौ प्रतिशत सही साबित होती है। यहीं नहीं सीएम योगी कानून व्यवस्था को लेकर पूरे देश में प्रेरणा का स्त्रोत बन गए हैं। उन्होंने निवेशकों से बिना किसी संदेह के यहां निवेश करने के लिए आमंत्रित किया क्योंकि उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में मां गंगा बहती हों वहां किसी चीज की कमी नहीं हो सकती है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने उत्तर प्रदेश को मार्च में पांच सौ मोबाइल वैटनरी यूनिट देने की घोषणा की। उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन पूरे देश में सबसे अधिक होता है। ऐसे में टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके उत्तर प्रदेश वैश्विक स्तर पर दुग्ध उत्पादन में अपनी अहम भूमिका निभा सकता है।
Shri @PRupala graciously thanked CM @myogiadityanath ji for stringent policies for maintaining law and order in the state, it has turned out to be the essence of investment pooling in the state. #UPGIS23 #UPInvestorsSummit pic.twitter.com/4uclOZNlzs
— UP Investors Summit (@InvestInUp) February 11, 2023
आपकी उपस्थिति प्रदेश में रिकार्ड तोड़ निवेश की लिखेगी नई गाथा
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश अगले 4-5 वर्षों में वन ट्रिलियन डालर की इकोनॉमी बनने की ओर तीव्र गति से बढ़ रहा है। राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है, इससे स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश भारत के 5 ट्रिलियन डालर के लक्ष्य को पूर्ण करने में बहुत बड़ा योगदान देने जा रहा है। आज अधिकांश निवेशक प्रदेश में निवेश करना पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि आज उत्तर प्रदेश को रिकॉर्ड तोड़ निवेश मिल रहे हैं। हमारे बीच आपकी उपस्थिति भी इस भावना को दर्शाती है। उत्तर प्रदेश मजबूत लोकतन्त्र, युवा शक्ति और राजनीतिक स्थिरता से प्रेरित है। यही वजह है कि आज प्रदेश सरकार ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने वाले अहम फैसले ले रही है।
डेयरी सेक्टर में निवेशक कई गुना ज्यादा लाभ कमा सकते हैं
उन्होंने कहा कि एक स्थिर सरकार, एक निर्णायक सरकार, नेक नीयत से चलने वाली सरकार, अभूतपूर्व गति से विकास सुनिश्चित कर रही है। प्रदेश के लिये हर महत्वपूर्ण निर्णय जितनी जल्दी हो सके, आज लिए जाते हैं। आपने यह भी देखा है कि कैसे विगत 6 वर्षों में हमने लगातार सुधारों की गति और पैमाने को बढ़ाया है। हमारी सरकार ने बैकिंग क्षेत्र में पुनर्जीवीकरण और गवर्नेस से जुड़े ऐसे कई सुधारों के साथ निवेश की राह में आने वाली बाधाओं को दूर किया है। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए कई नवीन नीतियां को लागू किया है, जिसमें से उत्तर प्रदेश दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति-2022 प्रमुख है, जिसका आप सब निवेशक लाभ उठाकर डेयरी सेक्टर के जरिए कई गुना ज्यादा लाभ कमा सकते हैं। इससे पहले एसीएस डॉ. रजनीश दुबे, मिल्क कमिश्नर सुशील भूषण लाल सुशील ने योगी सरकार की डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए लाई गई न्यू पॉलिसी के बारे में विस्तार से बताया।