नयी दिल्ली/लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) देहात में पुलिस की घिनौनी बर्बरता का एक वीडियो अब वायरल हो रहा है। जिसमें एक मासूम बच्चे को गोद में लिए एक शख़्स पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। हालाँकि युवक भी पुलिस के द्वारा एक अपराधी बताया जा रहा है। घटना, कानपुर देहात के अकबर पुर इलाके के जिला अस्पताल के सामने की है। यहाँ पुलिस वालों ने न सिर्फ लाठियों से हमला किया, बल्कि उसके उसके मासूम बच्चे को भी छीनने की कोशिश कि गयी।
कुछ तस्वीरें यक़ीन से परे होती हैं लेकिन आदित्यनाथ के राज में यूपी में कुछ भी हो सकता है। #कानपुर pic.twitter.com/VkLpU6uoOR
— Vinod Kapri (@vinodkapri) December 9, 2021
Courtsey: Vinod Kapri
हालाँकि इस पर पुलिस का दावा है कि इस शख्स ने एक इंस्पेक्टर के हाथ पर काट लिया था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि इसमें सभी दोषियों पर कार्रवाई होगी ।
कानपुर के इस जाहिल दरोगा को देखिए, बच्ची हाथ में है और पिता के ऊपर लाठी भांज रहा है
पिता चिल्ला रहा है बच्ची को लग जायेगा, बच्ची को लग जायेगा लेकिन दरोगा जी को कोई असर नही पड़ रहा हैpic.twitter.com/1TWIjL4vfp
— Puneet Kumar Singh (@puneetsinghlive) December 9, 2021
अगर विडियो को देखें तो इसमें युवक “बच्चे को लग जाएगी (बच्चे को चोट लगेगी),” कहते हुए साफ़ सुनाई दे रहा है। वहीं पुलिसकर्मी उसका पीछा करते हुए उसे खदेड़ते हैं और कुछ अधिकारी बच्चे को जबरदस्ती उससे दूर खींचने की कोशिश भी करते हैं। इस दौरान वह युवक कहता हुआ सुनाई देता है कि यह उसका बच्चा है और इसकी मां भी नहीं है। पुलिस ने इस मामले पर बताया कि युवक कानपुर देहात के अकबरपुर में जिला अस्पताल का कर्मचारी है और उसका भाई “नियमित उपद्रव करने वाला” वांछित है।
थाना अकबरपुर क्षेत्र के जिला अस्पताल में हुई घटना के सम्बंध में केशव कुमार चौधरी पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात द्वारा दी गयी बाईट। pic.twitter.com/rgPo2y8NbK
— Kanpur Dehat Police (@kanpurdehatpol) December 9, 2021
इस मामले पर कानपुर देहात के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने जानकारी देते हुए बताया कि, ” कुछ लोग इस इलाके में अराजकता फैला रहे थे, वे अस्पताल की OPD को बंद कर रहे थे और मरीजों को डरा भी रहे थे। हमने उन्हें रोकने के लिए बस हल्का बल प्रयोग किया। ” वहीं इस मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने माना कि युवक पर अत्यधिक बल प्रयोग किया गया था। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि वह आदमी अस्पताल में निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश भी कर रहा था। जब पुलिस ने हस्तक्षेप करने और उसे रोकने की भरसक कोशिश की, तो उसने एक पुलिस निरीक्षक का हाथ ही काट दिया था।