Navneet Sehgal

    Loading

    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: अक्सर पूंजी की कमी की शिकायत करने वाली उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की छोटी और मझोली कंपनियां अब पूंजी बाजार के रास्ते अपने लिए पैसा जुटा रही हैं। हाल के दिनों में इस अभियान में तेजी आयी है और बड़ी तादाद में एमएसएमई (MSME) अपनी पूंजी (Capital) की जरुरतों के लिए शेयर बाजारों (Stock Exchanges) का रुख करने लगे हैं।

    कोरोना महामारी से उबरने और एमएसएमई क्षेत्र को योगी सरकार से मिल रहे प्रोत्साहन के बाद चालू वित्त वर्ष में बड़ी तादाद में कंपनियों ने शेयर बाजार में उतरने की तैयारी शुरु कर दी है। हाल ही में आनलाइन मार्केटिंग कंपनियों से एमएसएमई क्षेत्र के उत्पाद बेंचने के करार के साथ ही प्रदेश सरकार ने एनआईसी की मदद से अपना एक पोर्टल तैयार करने की शुरुआत की है। प्रदेश सरकार के इस पोर्टल पर एमएसएमई क्षेत्र की कंपनियों को अपने उत्पाद वैश्विक बाजारों तक पहुंचाने में आसानी होगी।

    राज्य सरकार की पहल रंग लाने लगी 

    उत्तर प्रदेश के एमएसएमई विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल के मुताबिक, शेयर बाजार के माध्यम से प्रदेश की एमएसएमई इकाइयों को पूंजी जुटाने के लिए राज्य सरकार की पहल रंग लाने लगी है। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) तथा भारत स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) के मध्य हुए समझौते के तहत प्रदेश से 20 नई कंपनियां एनएसई और बीएसई पर लिस्टेड हुई है। प्रदेश सरकार ने बीते साल ही एमएसएमई सरकार को शेयर बाजार में उतरने के लिए सहयोग देने की मंशा के साथ एनएसई और बीएसई के साथ करार किया था। इस करार के तहत एनएसई और बीएसई को एमएसएमई क्षेत्र की कंपनियों को पूंजी बाजार में उतरने के लिए जरुरी तैयारियों में सहयोग देना, उनके लिए अंडर राइटर, मर्चेंट बैंकर की तलाश करना और अन्य मदद करना शामिल है।

    अधिक से अधिक संस्थाओं को एनएसई और बीएसई पर लिस्टेड कराने के निर्देश 

    उन्होंने कहा कि बीते एक साल में प्रदेश की एमएसएमई इकाईयों ने शेयर बाजार से पूंजी जुटाई है। देश के अग्रणी शेयर बाजारों नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) में प्रदेश की 20 नई एमएसएमई अब तक लिस्ट हो चुकी हैं। गुरुवार को अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम सहगल ने निर्यात प्रोत्साहन भवन में एमओयू पार्टनर संस्थाओं के साथ बैठक की और अधिक से अधिक संस्थाओं को एनएसई और बीएसई पर लिस्टेड कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत एक वर्ष के अंदर बीएसई पर 129 करोड़ रुपए मार्केट कैपिटल की 12 कंपनियां और एनएसई प्लेटफार्म पर 101 करोड़ रुपए इश्यू साइज रैंज की आठ कंपनियां लिस्टेड हुई है। उन्होंने निर्देश दिए कि पूरे प्रदेश में जागरूकता अभियान चलाकर एमएसएमई को स्टाक एक्सचेंज पर लिस्ट कराने का प्रयास किया जाएगा। सहगल ने कहा कि प्रदेश में जगह-जगह इस संबंध में वर्कशाप कराई जाए और एमएसएमई इकाईयों को पूंजी बाजार में उतरने के प्रोत्साहित किया जाए।