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-राजेश मिश्र

लखनऊ: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav 2023) के पहले चरण का मतदान गुरूवार को समाप्त हो गया और प्रथम चरण के प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम (EVM)मशीन में बंद हो गया। निकाय चुनाव के परिणाम को अपने पक्ष में रखने की दृष्टि से, प्रचार के लिए सीएम योगी (CM Yogi)सहित उनके मंत्रिमंडल के सदस्य विपक्ष की तुलना में जिस तरह से लगे उससे कहा जाने लगा कि यह मिशन 2024 (Mission 2024) के पहले की तैयारी है। इस बार फिर से चुनाव प्रचार की शुरुआत सीएम योगी द्वारा पश्चिमी यूपी के सहारनपुर (Saharanpur) से किया जाना और अपनी छवि के विपरीत अल्पसंख्यकों पर तीखे बयान से बचना सियासी हलकों में चर्चा का विषय रहा।

24 अप्रैल को सहारनपुर से ही नगर निकाय चुनाव 2023 के लिए चुनावी अभियान की शुरुआत करने वाले कट्टर हिंदू नेता की छवि रखने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी बदले-बदले से रहे। अल्पसंख्यकों पर तीखे बयान के लिए मशहूर योगी इस बार तीखे बयान से जहां बचते रहे, वहीं बड़ी संख्या में निकाय चुनाव में उतारे गये पार्टी के मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए वोट मांग कर उम्मीदवारों को जिताने की अपील भी की।      

प्रचार में केवल कानून व्यवस्था और विकास का जिक्र

माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तैयार हो रहे सपा, रालोद और आजाद समाज पार्टी के जातीय त्रिकोण को भेदने के लिए योगी आदित्यनाथ निकाय चुनाव प्रचार में काफी सजग दिखे और उन्होंने अपने भाषणों में अपनी पहचान के इतर सरकार की कानून व्यवस्था और विकास का जिक्र किया। पूरब से लेकर पश्चिम तक उन्होंने मंच से कहा कि दूसरी सरकारें जहां युवाओं के हाथों में तमंचे थमाती थीं, वहीं बीजेपी सरकार में युवा स्मार्ट टैबलेट प्रयोग में ला रहे हैं। इस दौरान वह मुस्लिमों पर कटाक्ष करने से बचते दिखे।

बीजेपी ने बड़ी तादाद में मुस्लिम चेहरों को मैदान में उतारा 

पहली बार बीजेपी ने नए वोट बैंक की तलाश में निकाय चुनाव में बड़ी तादाद में मुस्लिम चेहरों को मैदान में उतारा है। मुस्लिम बाहुल्य नगर पंचायतों में बीजेपी ने मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारकर एक नया समर्थन वर्ग तैयार करने की कोशिश की है। 2024 के लोकसभा चुनाव में 80 सीटों का लक्ष्य लेकर चल रही बीजेपी इसी चुनौती को ध्यान में रखते हुए निकाय चुनाव में पश्चिमी यूपी और मुसलमानों पर फोकस कर रही है। 

सहारनपुर से शुरु किए गए प्रचार को एक विशेष संयोग माना जा रहा

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी ने विगत चुनावों की भांती इस बार भी निकाय चुनाव के प्रचार अभियान की शुरुआत सहारनपुर से उसी मां शाकंभरी देवी को प्रणाम करते हुए की, जहां से वह 2019 के लोकसभा और 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का बिगुल फूंक चुके थे और इन चुनावों में बीजेपी को एक तरफ़ा जीत हासिल हुई थी। इस तरह उनके द्वारा पिछले तीन चुनावों से प्रचार अभियान की शुरुआत पश्चिमी यूपी के सहारनपुर जिले से किये जाने के पीछे एक विशेष संयोग माना जा रहा हैं।