
नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र (Uttar Pradesh Legislative Assembly Monsoon session) 23 सितंबर को ख़त्म हो गया है। मानसून सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने पैदल मार्च निकाला था। सपा योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधने का एक भी मौका छोड़ नहीं रही है। इसी बीच समाजवादी पार्टी (SP) ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अलग-अलग दो वीडियो शेयर किए हैं। इन वीडियो में विधानसभा में एक विधायक मोबाइल में गेम खेलते हुए दिख रहे हैं, तो दूसरे पान मसाला खाते हुए नज़र आ रहे हैं।
समाजवादी पार्टी (SP) ने इन वीडियो के जरिए योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। ट्विटर पर लिखा है कि भाजपा विधायकों को जनसमस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर पर वीडियो जारी करते हुए लिखा है, ”सदन की गरिमा को तार-तार कर रहे भाजपा विधायक! महोबा से भाजपा विधायक सदन में मोबाइल गेम खेल रहे, झांसी से भाजपा विधायक तंबाकू खा रहे। इन लोगों के पास जनता के मुद्दों के जवाब हैं नहीं और सदन को मनोरंजन का अड्डा बना रहे। बेहद निंदनीय एवं शर्मनाक!’
महोबा से भाजपा विधायक विधानसभा में तीन पत्ती गेम खेल रहे👇
कर्नाटक में भाजपा विधायक मोबाइल पर पोर्न देखते पाए गए थे ,
भाजपा विधायकों को जनसमस्याओं से कोई लेना देना नहीं ,ये सिर्फ भ्रष्टाचार ,बलात्कार ,फालतू गेम्स में संलिप्त हैं ,
ये भाजपाई जनसेवक और जनप्रतिनिधि हैं ? शर्मनाक ! pic.twitter.com/9wmvwSj3Me— SamajwadiPartyMedia (@MediaCellSP) September 24, 2022
वहीं, सपा ने दूसरा वीडियो शेयर किया है। इसमें एक विधायक पान मसाला खाते दिख रहे हैं। सपा ने इस वीडियो के जरिए भाजपा पर कैंसर को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। अब सोशल मीडिया पर यह दोनों वीडियो तेजी से वायरल हो रहे है। कई लोग इस वीडियो पर कमेंट्स कर रहे हैं।
सदन में रजनीगंधा और तुलसी का मिश्रण करके साक्षात कैंसर को बढ़ावा देते जनता के लिए कैंसर समान पार्टी भाजपा विधायक👇
योगीजी !
आपके विधायक और मंत्रीगण कुछ दिन बाद भरे सदन में अवैध शराब और गांजा भी फूंकेंगे क्या?आप लोग कार्यशालाएं आयोजित करते हैं क्या उसमें इसकी ट्रेनिंग देते हैं? pic.twitter.com/CbPIrNZpBu
— SamajwadiPartyMedia (@MediaCellSP) September 24, 2022
बता दें कि, यूपी विधानसभा का मॉनसून सत्र के आखिरी दिन सपा सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया था। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अगुवाई में पैदल मार्च के लिए निकले लोगों को पुलिस ने रोक दिया था। वहीं, आखिरी दिन सदन से वॉकआउट करने के बाद उन्होंने सपा दफ्तर तक पैदल मार्च किया।