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    लखनऊः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पशुधन, दुग्ध विकास, अल्पसंख्यक कल्याण मुस्लिम वक्फ और हज विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह (Dharampal Singh) की अध्यक्षता में विधानभवन स्थित उनके कार्यालय कक्ष में मदरसा शिक्षा (Madrassa Education) को बेहतर करने तथा मदरसों के सर्वे के सम्बन्ध में बैठक आहूत की गई। बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने मदरसों में एनसीईआरटी पुस्तकों के वितरण के विषय में निर्देश दिए कि मदरसों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को डयरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से खातों में धनराशि अंतरित कर दी जाए। जिससे छात्र-छात्रायें सुविधानुसार किताबों का क्रय कर सकें। उन्होंने कहा कि मदरसा शिक्षा को बेहतर बनाने एवं उसके आधुनिकीकरण की दिशा में यह निर्णय अत्यन्त महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। 

    धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराये जाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए कि सर्वे कार्य के संबंध में समस्त जनपदों से सर्वे कार्य की प्रगति का पर्यवेक्षण नियमित रूप से किया जाए और सर्वे को लेकर किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति उत्पन्न न होने पाए। उन्होंने कहा कि सर्वे कार्य केवल गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूचना संकलित किए जाने के उद्देश्य से कराया जा रहा है न कि किसी प्रकार की जांच आदि से संबंधित है। उन्होंने कहा कि मदरसों की शिक्षा को गुणवत्तायुक्त एवं आधुनिक शिक्षा प्रणाली के अनुरूप बनाना राज्य सरकार का उद्देश्य है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने राजस्व नियमों के अनुकूल न होने के कारण राजस्व अनुभाग-9 द्वारा अपने शासनादेश दिनांक 08.08.2022 द्वारा शासनादेश दिनांक 07.04.1989 को निरसित कर दिए जाने के उपरान्त अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ अनुभाग-2 उप्र शासन द्वारा निर्गत शासनादेश 07.09.2022 के विषय में भी निर्देश दिए गए कि स्थिति स्पष्ट की जाय कि उक्त शासनादेश का संबंध वक्फ सम्पत्तियों के पुनः सर्वेक्षण से नहीं है, बल्कि राजस्व अभिलेखों के दुरूस्तीकरण से है।

    एनसीआरटी की पुस्तकें उपलब्ध कराएं

    अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि मदरसे के कुछ प्रतिभाशाली बच्चे जिन्होंने एनईईटी परीक्षा उत्तीर्ण की है, उन्हें सम्मानित किया जाए, ताकि अन्य बच्चों में उच्च शिक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो और मदरसों के बच्चों में आगे बढ़ने और पढ़ने की प्रेरणा जगाई जा सके। उन्होंने कहा कि मदरसों की शिक्षा के आधुनिकीरण से छात्र और छात्राएं राज्य सरकार की मंशा के अनुसार डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस और उच्च पदों पर चयनित हो सकेंगे। उन्होंने मदरसें के बच्चों को एनसीआरटी की पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए। 

    मदरसा शिक्षा को और बेहतर बनाया जा सके 

    धर्मपाल सिंह ने कहा कि मदरसों के सर्वे के संबंध में यथा शीघ्र सर्वे कार्य पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए ताकि सर्वे से प्राप्त परिणामों के आधार पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए मदरसा शिक्षा को और बेहतर बनाया जा सके ताकि अल्पसंख्यक समाज के अधिक से अधिक छात्र और छात्राएं लाभान्वित हो सकें। बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव मोनिका एस.गर्ग, विशेष सचिव आनन्द कुमार, और विशेष सचिव अनिल कुमार, निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण इन्दुमति, रजिस्ट्रार उ. प्र. मदरसा शिक्षा परिषद के जगमोहन सिंह और अध्यक्ष उ. प्र. मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डा. इफ्तेखार अहमद जावेद, उपसचिव शकील अहमद सिद्दीकी उपस्थित थे।