ISRO

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    नई दिल्ली/बेंगलुरु. एक बड़ी खबर के अनुसार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के 2022 के पहले प्रक्षेपण अभियान के तहत PSLV-C 52के जरिए पूरी धरती पर नजर रखने वाले उपग्रह EOS-04 को कक्षा में भेजने के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती आज यानी रविवार सुबह शुरू हो गई है। इस बाबत ISRO ने जानकारी देते हुए बताया कि, ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) अपने साथ 2 छोटे उपग्रहों को भी ले जाएगा। बता दें कि इसका प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से कल यानी सोमवार 14 फरवरी को सुबह 05:59 बजे निर्धारित किया गया है।</p

    इस बाबत ISRO ने एक ट्वीट में कहा, “PSLV-C52/EOS-04 मिशन: प्रक्षेपण के लिए 25 घंटे 30 मिनट की उलटी गिनती की प्रक्रिया आज सुबह 04:29 बजे शुरू हो गई है।”  बता दें कि EOS-04 एक ‘रडार इमेजिंग सैटेलाइट’ है जिसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान तथा बाढ़ मानचित्रण जैसे अनुप्रयोगों एवं सभी मौसम स्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करने के लिए भी इसे ख़ास तौर पर डिजाइन किया गया है।

    इसके साथ ही मिली जानकारी के अनुसार PSLV अपने साथ में 2 छोटे उपग्रहों को भी ले जाएगा, जिनमें कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर की वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला के सहयोग से तैयार किया गया भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (IIST) का उपग्रह इन्सपायरसैट-1 भी शामिल है। इसमें एनटीयू, सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान का भी योगदान भी रहा है। इस उपग्रह का उद्देश्य आयनमंडल के गति विज्ञान और सूर्य की कोरोनल ऊष्मीय प्रक्रियाओं की समझ में सुधार करना है।

    साथ में जा रहा दूसरा उपग्रह ISRO का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह (INS-2TD) है। इसके उपकरण के रूप में एक थर्मल इमेजिंग कैमरा होने से उपग्रह भूमि की सतह के तापमान, आर्द्रभूमि या झीलों के पानी की सतह के तापमान, वनस्पतियों (फसलों और जंगल) और तापीय जड़त्व (दिन और रात) के सटीक आकलन में जरुरी सहायता प्रदान करेगा। बता दें कि यह की 54वीं उड़ान होगी और 6 पीएसओएम-एक्सएल (स्ट्रैप-ऑन मोटर्स) के साथ ‘PSLV-एक्सएल कॉन्फिगरेशन’ का उपयोग करते हुए ऐसा 23वां मिशन होगा।