
मुंबई: व्हाट्सएप जल्द ही फर्जी और स्पैम कॉल (वीडियो/ऑडियो दोनों) की पहचान करने के लिए ऐप में एक नया फीचर जोड़ेगा। इसके लिए इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप ने कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस मुहैया कराने के लिए ट्रू कॉलर के साथ पार्टनरशिप की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फीचर से वॉट्सऐप यूजर्स को इंटरनेट के जरिए आने वाले फेक, स्पैम और कॉल्स की पहचान करने में मदद मिलेगी। नया फीचर व्हाट्सएप पर वीडियो और ऑडियो कॉल के लिए उपलब्ध होगा। वर्तमान में, Truecaller केवल यूज़र्स को उनके दूरसंचार सेवा प्रदाताओं द्वारा प्राप्त कॉल की पहचान करने की अनुमति देता है। ट्रू-कॉलर के सीईओ ने कहा कि यह सुविधा अभी बीटा टेस्टिंग में है। इस फीचर को मई के अंत तक दुनिया भर में रोल आउट कर दिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने इस फीचर के रोल आउट को लेकर कोई पुष्टि या निश्चित तारीख नहीं दी है।
टेलीमार्केटिंग और स्पैम कॉल की बढ़ रही है संख्या
Truecaller की रिपोर्ट के अनुसार, भारत सहित अन्य देशों में टेलीमार्केटिंग और स्पैम कॉल की संख्या में वृद्धि जारी है। यहां मोबाइल यूजर्स को हर महीने औसतन 17 स्पैम कॉल्स आती हैं। इस साल की शुरुआत में, दूरसंचार नियामक ने एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया को AI का उपयोग करके टेलीमार्केटिंग कॉल को ब्लॉक करने का निर्देश दिया था। Truecaller ने कहा है कि वह इस तरह की सेवा शुरू करने के लिए दूरसंचार ऑपरेटरों के साथ बातचीत कर रही है।
WhatsApp और Truecaller के लिए भारत है एक बड़ा बाजार
व्हाट्सएप भारत में 40 करोड़ से अधिक यूज़र्स के साथ सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है। वहीं, Truecaller के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है। Truecaller के दुनियाभर में 35 करोड़ यूजर्स हैं। जिसमें से 25 करोड़ यूजर्स भारत में हैं जो सबसे बड़ा बाजार है। । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले 2 हफ्तों में व्हाट्सएप पर फर्जी कॉल्स की संख्या में इजाफा हुआ है। ज्यादातर फर्जी कॉल अंतरराष्ट्रीय नंबरों से आ रहे हैं।