घणसोली की ललिता मढ़वी ने बेकार वस्तुओं से बनायी विट्ठल प्रतिमा

Loading

आषाढ़ी एकादशी पर वारकरियों ने की अर्चना और आरती

नवी मुंबई. कहते हैं कि आस्था हो तो भगवान जहां चाहे वहीं मिल जाते हैं. घणसौली के शिवसेना नगरसेवक घनश्याम मढवी की पत्नी ललिता मढवी ने इसे साबित कर दिखाया है. कोरोना के कारण आषाढ़ी एकादशी पर पंढरपुर में भगवान विट्ठल के दर्शन से वंचित ललिता ने घर के बेकार सामानों को इकट्ठा कर उससे भगवान विट्ठल की ऐसी मनमोहक प्रतिमा तैयार की जिसके दर्शन के लिए पड़ोस के सैकड़ों लोग उत्सुक हो उठे. अर्चना और आरती की.

उन्होंने बताया कि इस प्रतिमा को बनाते समय उन्होंने सैनेटाईजर की खाली बोतल, अखबार, टिशू पेपर, पीओपी, फेविकोल आदि वस्तुओं का उपयोग कर विठू माऊली की प्रतिकृति तैयार की. मिली जानकारी के अनुसार शिवसेना नगरसेवक घनश्याम मढवी का परिवार वारकरी संप्रदाय परंपरा का अनुयायी है. वारकरी परंपरा का आदर्श लेकर घणसौली गांव में हर साल आषाढ़ी एकादशी पर कार्यक्रम आय़ोजित करता है. हालांकि कोरोना महामारी के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका है लेकिन आस्था कायम है. इसी के चलते उनकी पत्नी ललिता ने बेकार वस्तुओं से भगवान विट्ठल की प्रतिमा को साकार रूप दिया. फिलहाल वारकरी अनुयायी इस पहल के लिए कौतुक कर रहे हैं.