कोरोना के चलते ठाणे में 800 से भी अधिक मरीजों की मृत्यु

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  • भाजपा नेता किरीट सोमैया का आरोप
  • प्रशासन छुपा रहा सच्चाई 
  • कब्रिस्तान में जगह कम पड़ने लगी है जगह

ठाणे. कोविड के कारण मृत्यु का प्रमाण बढ़ रहा है. जिसके कारण स्थिति ऐसी है कि कब्रिस्तान में जगह कम पड़ने लगी है. इसलिए सरकार को मुंबई सहित ठाणे, नवी मुंबई, वसई-विरार अन्य पर कब्रिस्तान की जगह बढ़ाना चाहिए. उक्त मांग भाजपा नेता किरीट सोमैया ने करते हुए ठाकरे सरकार पर एक बार फिर कोविड के मरीजों के आंकड़े को छुपाने का आरोप लगाया. सोमैया ने कहा कि मुस्लिम बहुल मुंब्रा में लॉकडाऊन की कालवधि में 953 मृत्यु अब तक हो चुकी हैं. जिसमें से 400 से अधिक मृत्यु सिर्फ वैश्विक महामारी  के कारण हुई हैं. उक्त धक्कादायक आरोप लगाते हुए उन्होंने ठाणे में 800 मरीजों की मौत कोविड से होने की बात कही और ठाणे मनपा प्रशासन पर सच्चाई छुपाने का आरोप भी लगाया. 

भाजपा नेता व ठाणे प्रभारी किरीट सोमैया ने शुक्रवार को मुंब्रा के सभी कब्रिस्तान का दौरा कर दर्ज मृत्यु रिपोर्ट का जायजा लिया. इस दौरान ठाणे भाजपा अध्यक्ष निरंजन डावखरे, गटनेता संजय वाघुले सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. सोमैया ने कहा कि यहाँ के सिर्फ एक कब्रिस्तान में अब तक करीब 142 शवों को दफनाया गया गया है. लेकिन मनपा प्रशासन पूरे मनपा क्षेत्र में अब तक सिर्फ 277 मरीजों का आंकड़ा कोविड से मृत्यु का दे रही है. यह एक प्रकार से छुपाने का काम किया जा रहा है. 

नागरिकों के जीवन खेल रही है ठाकरे सरकार 

सोमैया ने ठाकरे सरकार पर नागरिकों के जीवन से खेलने का आरोप लगाया और कहा कि जिस प्रकार मुंबई में शुरुआती दौर में 2200 मृत्यु होने की बात सामने आई थी, लेकिन प्रत्यक्ष तौर पर वहां 4400 मृत्यु होने की बात को खुद बीएमसी प्रशासन ने मान्य की थी. ठीक इसी प्रकार ठाणे में भी कोरोना से जान गवानें वाले मरीजों का आंकड़ा छुपाया जा रहा है. साथ ही नागरिक घर से बाहर निकल रहे हैं और प्रशासन की तरफ से कोई कड़ाई नहीं बरती जा रही है. ऐसे में एक प्रकार से सत्ताधारी शिवसेना नागरिकों के जान से खिलवाड़ कर रही है. 

दफनभूमि की क्षमता खत्म, फिर भी मंत्री चुप- निरंजन डावखरे

भाजपा के ठाणे जिलाध्यक्ष निरंजन डावखरे ने कलवा-मुंब्रा के विधायक व राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण के कारण मुंब्रा-कौसा के चार दफ़न भूमि में से दो दफ़न भूमि में शवों को दफनाने की क्षमता खत्म हो चुकी है. साथ ही जिस प्रकार यहाँ पर कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है ऐसे में आगामी एक माह में यहाँ पर शेष अन्य दो दफ़न भूमि की क्षमता भी समाप्त हो जाएगी. लेकिन यहाँ के मंत्री चुप बैठे है. साथ डावखरे ने कहा कि शायद इस दौरे के बाद सरकार और मनपा प्रशासन पर दबाव बनें और आँखें खुले. उन्होंने मुंब्रा वासियों के एक बड़ा दफ़न भूमि के जगह तत्काल उपलब्ध कराने की मांग भी की.