प्राइवेट बिल्डरों को सौंपें जर्जर इमारतों का पुनर्विकास

  • भाजपा विधायक मंदा म्हात्रे की मांग पर उठे सवाल

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नवी मुंबई. भाजपा विधायक मंदा म्हात्रे ने सोमवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में जर्जर इमारतों के लिए पुनर्विकास के लिए प्राइवेट बिल्डरों की नियुक्ति की वकालत की. कभी सिडको द्वारा पुनर्विकास की मांग करने वाली मंदा म्हात्रे ने शापुर पालनजी, एलएंडटी, टाटा और बीजी शिर्के जैसे बिल्डरों का नाम लेते हुए उन्हें जर्जर इमारतों के पुनर्विकास का काम सौंपने की पुरजोर मांग की. इसके साथ ही पुनर्विकास के लिए 2.5 की बजाय 4 एफएसआई देने की भी मांग की.

सिडको एमडी संजय मुखर्जी को दिए अपने निवेदन का हवाला देते हुए मंदा म्हात्रे ने कहा कि नवी मुंबई की जर्जर इमारतों के लिए  2.5  एफएसआई पर्याप्त नहीं है, इसलिए अब 4 चटई क्षेत्र देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सिडको 4 एफएसआई देती है तो इससे रहिवासी और विकासक दोनों को फायदा होगा.बता दें कि राज्य सरकार नवी मुंबई की जर्जर और जानलेवा बनी इमारतों के पुनर्निर्माण के लिए 2.5 चटई क्षेत्र विकास की मंजूरी पहले ही  दे चुकी है.  

गणेश नाईक मांग को मंदा ने किया हाइजैक

बताना जरूरी है कि जब नवी मुंबई की जर्जर इमारतों के लिए 2.5 एफएसआई की मांग चल रही थी तब तत्कालीन मंत्री गणेश नाईक ने 4 एफएसआई की मांग रखी थी. सरकार को पत्र भी दिया था तब भाजपा विधायक मंदा म्हात्रे ने इसका विरोध किया था और 4 चटई क्षेत्र को अव्यवहारिक बताते हुए गणेश नाईक पर मामले को उलझाने का आरोप लगाया था. लेकिन आज खुद मंदा म्हात्रे 2.5 एफएसआई की बजाय 4 चटई क्षेत्र की मांग पर अड़ गयी हैं. सवाल प्राइवेट बिल्डरों को इमारतों के पुनर्विकास का ठेका देने पर भी उठ रहे हैं कि बार बार सिडको द्वारा पुर्नविकास की मांग करने वाली मंदा म्हात्रे अचानक प्राइवेट बिल्डरों को फेवर क्यों कर रही हैं.

भाजपा विधायकों में होड़

राजनीतिक जानकारों की मानें तो नवी मुंबई की दो विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है लेकिन दोनों ही एक दूसरे के खिलाफ काम करते हैं, जिसका फायदा आज के विरोधी दल शिवसेना और महाआघाड़ी को होता दिख रहा है. मंदा म्हात्रे हर मंच पर गणेश नाईक की खामियां गिनाने से नहीं चूकती हैं. हालांकि गणेश नाईक इन दिनों चुपचाप रहकर जनता के लिए काम करने में जुटे हैं.