रेखा मिरजकर ने फिर थामा कांग्रेस का हाथ

  • दिया जा सकता है शहर उपाध्यक्ष का पद

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ठाणे. कुछ साल पहले ठाणे कांग्रेस में आपसी गुटबाजी से तंग आकर राकां का दामन थामने वाली रेखा मिरजकर ने फिर से कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. पुरानी और कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता होने के नाते उन्हें पार्टी में महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए उपाध्यक्ष का पद देने की संभावना जताई जा रही हैं.

वर्ष 1995 में युथ कांग्रेस से अपनी पारी की शुरुवात मिरजकर ने किया था. इसके बाद उनके कार्यो को देखते हुए उन्हें महिला प्रदेश कांग्रेस में भी जगह मिली थी. एक समय जब वे कांग्रेस में थी तो अकेले दम पर मैदान को भरने की ताकत उनमें थी. रेखा मिरजकर को ठाणे कांग्रेस का तोप कहा जाता था, लेकिन पार्टी में लगातार उपेक्षा से तंग आकर और आंतरिक गुटबाजी के चलते उन्होंने पार्टी कप छोड़कर राकां में चली गई थी और वहां पर महिला विंग में प्रदेश महासचिव पद पर काम कर रही थीं. मिरजकर ने कहा कि अब वे एक बार फिर ठाणे शहर अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए काम करना चाहती है और फिर से घर वापसी को लेकर उत्साहित हैं. ठाणे कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण का कहना है कि रेखा मिरजकर एक अनुभवी नेता है और उनके अनुभव का फायदा ठाणे कांग्रेस को जरूर मिलेगा. इसलिए उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात से ठाणे कांग्रेस में उपाध्यक्ष पद देने की सिफारिश किया हूं, जिसे जल्द ही मंजूरी मिलेगो.