धरने पर बैठे विधायक को आयुक्त ने नहीं दिया भाव

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कल्याण. कल्याण डोंबिवली महानगर पालिका मुख्यालय में गेट की सीढ़ियों पर विकास कार्यों के लिए निधि की मांग एवं प्रशासन में अधिकारियों की लेटलतीफी को मुद्दा बनाकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मनपा विरोधी पक्ष नेता एवं भाजपा नगरसेवकों, नगरसेविकाओं के साथ धरने पर बैठे पूर्वमंत्री एवं डोंबिवली से भाजपा विधायक रविन्द्र चव्हाण को मनपा आयुक्त डॉ. विजय सूर्यवंशी ने कोई भाव नहीं दिया है. मनपा आयुक्त धरना-प्रदर्शन कारियों से बिना मिले ही अपनी गाड़ी में बैठ कर मनपा मुख्यालय से चले गए. 

इससे पहले मनपा आयुक्त द्वारा बुलाई गई पत्रकार परिषद में उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए साफ कहा कि अभी केवल कोविड से निपटने को प्राथमिकता दी जारी है. उसी की उपाय योजना के लिए निधि उपलब्ध कराई जा रही है, विकास कार्य बाद में भी हो सकते हैं. कुछ समय रोके जा सकते हैं, कोविड के लिए की जा रही उपाय योजना को नहीं रोका जा सकता. यह बात धरने पर बैठे लोगों विधायक और विरोधीपक्ष नेता को शनिवार को ही बता दी गयी थी, फिर भी वह धरने पर बैठे, इसका कोई मतलब नहीं.

गौरतलब हो कि मनपा क्षेत्र के विकास कार्यों को मुद्दा बनाकर सोमवार को कल्याण डोंबिवली मनपा के विरोधी पक्ष नेता राहुल दामले ने मुख्यालय के गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. भूतपूर्व राज्य मंत्री विधायक रविन्द्र चौहान के मार्गदर्शन में यह धरणा प्रदर्शन शुरू किया गया. कडोमपा के आम चुनाव नजदीक हैं और आगामी 11 नवंबर के दिन नगरसेवकों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इससे पूर्व अर्थसंकल्प (प्रस्तावित बजट) में बताए गए विकास कार्यों की सूची के विकास कार्य शुरू किए जाएं, ऐसी मांग भाजपा ने की है. करीब डेढ़ माह पूर्व मनपा का बजट अर्थ संकल्प महासभा में पेश किया गया था, जिसमें नगरसेवकों के वार्डों में विकास काम करने की पूर्व सूची महासभा में रखी गई थी, इस विषय को मुद्दा बनाकर सोमवार को मनपा के खिलाफ भाजपा ने विधायक चव्हाण के नेतृत्व में धरणा दिया और विकास काम फ़ौरन शुरू किया जाय, ऐसी मांग भी भाजपा ने की है.