Corona
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    लखनऊ: कोरोना संक्रमण से मुक्त होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) का लगातार दौरा जारी है। वह जिलों और मंडलों में जाकर जहां अफसरों से इस महामारी से निपटने की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं, वहीँ थर्ड वेव (Third Wave) के लिए जरूरी एहतियाती कदम उठाये जाने के निर्देश भी दे रहे हैं साथ ही गाँवों (Villages) में जाकर लोगों से उनका हालचाल ले जमीनी हकीकत भी देख रहे हैं। अभी तक सीएम योगी प्रदेश के 15 मंडलों की समीक्षा कर चुके हैं और आज कोविड-19 समीक्षा बैठकों के लिए मंडलीय दौरे पर गोंडा (Gonda), आजमगढ़ (Azamgarh) , मिर्जापुर (Mirzapur), बनारस (Banaras) और गोरखपुर (Gorakhpur) के दौरे पर हैं।    

     कोरोना कंट्रोल के यूपी मॉडल और सरकारी तैयारियों के चलते कोरोना संक्रमण की तोड़ने के साथ ही भविष्य के थर्ड वेव के खतरे को लेकर तैयारियां जारी हैं। 22 अप्रैल को नीति आयोग के सदस्य वी. के. पाल ने आशंका जाहिर की थी उत्तर प्रदेश 30 अप्रैल के बाद देश का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन सकता है। उनकी आशंका थी कि मई महीने में प्रतिदिन एक लाख से अधिक केस आ सकते हैं । राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के अन्य विशेषज्ञों ने भी ऐसी ही आशंका जतायी थी, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना नेगेटिव होने के दिन से ही फील्ड में उतर कर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ मंडल स्तर की समीक्षा बैठकें शुरू की। गांवों लोगों से उनके घर, अस्पताल जाकर संवाद किया और उनका हालचाल जाना।

    जानिए यूपी ने कैसे तोड़ी कोरोना संक्रमण की चेन

    मुख्यमंत्री योगी ने पहले उत्तर प्रदेश के लगभग 97 हज़ार गांवों में निगरानी समितियों को सक्रिय किया, ताकि जल्द से जल्द संक्रमितों की पहचान (ट्रेसिंग) हो सके और उनका उपचार शुरू हो सके। निगरानी समितियों ने घर-घर जाकर पहचान की और RRT ने 24 घंटे के अंदर टेस्ट प्रक्रिया पूरी की। इसके साथ ही निगरानी समितियों ने जरूरत के अनुसार निर्णय लेकर संक्रमितों का होम आइसोलेशन या हॉस्पिटल में इलाज शुरू कराया। होम आइसोलेशन वालों को मेडिसिन किट उपलब्ध करायी और गांव सैनिटाइज कराए गए। सरकार व सिस्टम के इस प्रयास से उत्तर प्रदेश कोरोना इन्फेक्शन की चेन को ब्रेक करने में सफल हुआ, जिसका परिणाम सामने है। आज उत्तर प्रदेश में कोरोना के टेस्ट निरंतर बढ़ रहे हैं, जबकि पॉजिटिव केसों की संख्या तेजी से घट रही है। प्रदेश में पिछले 23 दिनों में कम हुए  2,34,000  पाजिटिव केस तो पिछले 24 घंटे में 11,918 लोग रिकवर हुए। फिलहाल प्रदेश में कुल 76,700 एक्टिव केस हैं।

    कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए योगी सरकार की तैयारी शुरू

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। जिसमें बारह साल से कम आयु वाले बच्चों के अभिभावकों लिए स्पेशल टीकाकरण शिविर लगाने, PICU, NICU की ज़िला अस्पतालों में स्थापना की कार्रवाई शुरू हो चुकी है।  ग्रामीण क्षेत्र के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की प्रक्रिया को हरी झंडी मिल गयी है और जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्रवाई में जोड़ा गया है। सीएम योगी ने  सांसदों और विधायकों से अस्पताल गोद लेने को कहा है।

    बच्चों के लिए अलग से एंबुलेंस की व्यवस्था

    थर्ड वेव से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए आयुष कवच से बच्चों को जोड़ने के लिए नया फीचर तैयार किया जा रहा है। योगी सरकार हर जिले में बच्चों के लिए अलग से वार्ड बना रही है जिसमें 20 से 25 बेड केवल बच्चों के लिए होंगे। बच्चों के लिए दवा और बेड की उपलब्धता के साथ ही उनके लिए अलग से एंबुलेंस की व्यवस्था भी सरकार करेगी जिसे रिजर्व किया जाएगा। साथ ही पानी इंसेफलाइटिस से निपटने के लिए तैयार 38 अस्पतालों को भी इसमें शामिल किया गया है। पूर्वांचल में जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए 38 जिलों में अलग से बच्चों के लिए वार्ड बनाए गए थे। पीजीआई लखनऊ के डायरेक्टर की अध्यक्षता में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सरकार ने एक कमेटी बनाई है। कमेटी में लखनऊ मेडिकल कॉलेज, लोहिया संस्थान समेत कई विशेषज्ञ डॉक्टरों को रखा गया है।

    तीसरी लहर को लेकर यह है तैयारी

    • आज से बच्चों के डॉक्टरों की ट्रेनिंग शुरु
    • बच्चों के पीकू वार्ड में 10 नर्स रहेंगी तैनात
    • एक शिफ्ट में कम से कम 3 नर्स रहेंगी तैनात
    • हर शिफ्ट में 2 डॉक्टर वार्ड में तैनात रहेंगे
    • पीकू वार्ड में एक बाल रोग विशेषज्ञ भी होंगे
    •  सबसे पहले प्रयागराज के 27 डॉक्टरों को ट्रेनिंग
    •  सीएम योगी के निर्देश पर बच्चों के लिए बने हैं पीकू वार्ड