विश्व का एक देश जहां बुजुर्ग नहीं लगवाएंगे कोरोना वैक्सीन, तो हर महीने देना होगा जुर्माना, जानें पूरा मामला

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    नई दिल्ली: जहां पूरी दुनिया में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से बचने के लिए टिका लगवाना अनिवार्य कर दिया है, इसके लिए कई देश जागरूकता अभियान भी चला रहे है तो कही टिका (Corona Vaccination) लगवाने में प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के ऑफर भी दे रहे है। लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा है जिसने वैक्सीन को लेकर थोड़े सख्त कानून बनवाएं है।  तो आइए जानते है आखिर वो कौनसा देश है…. 

    वैक्सीन नहीं तो होगा जुर्माना

    दरअसल ये देश है जर्मनी। जी हां जर्मनी (Germany) की सरकार ने 60 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है। इतना ही नहीं जर्मनी में टीका लेने से इनकार करने वाले बुजुर्गों को हर महीने जुर्माना देना होगा। सरकार का कहना है कि टीके को अनिवार्य करने से ऐसे समूहों का भी टीकाकरण (Corona Vaccination) हो सकेगा जो अब तक तमाम भ्रमों के चलते इसे नहीं लगवा रहे हैं। वैक्सीन को लेकर अभ तक लोगों में अलग-अलग भरम है इसके चलते ये कदम उठाना जर्मनी ने सही समझा। 

    जनवरी से लागू हुआ नियम 

    आपको बता दें कि रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये नियम सबके लिए नहीं है बल्कि जर्मन सरकार ने यह जुर्माना साठ साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए लगाया है। जानकारी के लिए बता दें कि जनवरी महीने में टीकाकरण से इनकार करने वाले बुजुर्गों को 50 यूरो चुकाने होंगे, जबकि अगले महीने भी वे टीकाकरण से इनकार कर देते हैं तो उन पर 100 यूरो का जुर्माना लगाया जाएगा।

    सख्ती के पीछे ये है वजह 

    इस बारे में बात करते हुए जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री प्लेवरिस का कहना है कि साठ साल से अधिक उम्र वालों के लिए ही इस तरह के प्रतिबंध इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि इस उम्र वाले बुजुर्ग ही संक्रमण की सबसे ज्यादा चपेट में आ रहे हैं और यह सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को प्रभावित करता है। ऐसे  में वहां के लोगों पर कोरोना बीमारी हावी हो सकती है, इसलिए सावधानी के तोर पर झा ज्यादा खतरा है वहा वैक्सीन लेना और भी जरुरी है। इसलिए यह कदम उठाया गया है। 

    जुर्माने की रकम का होगा यहां उपयोग 

    आपको बता दें कि इस बारे में जर्मन स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि टीके से इनकार करने वाले बुजुर्गों से कर-कार्यालय जुर्माना वसूलेगा, जिसका इस्तेमाल सरकार के अस्पतालों को फंड देने में किया जाएगा। उधर 1.07 करोड़ आबादी वाले ग्रीस में भी दो-तिहाई लोगों को टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं।

    मगर, यूरोपीय संघ के औसत टीकाकरण के मुकाबले यह कम है, इसे देखते हुए सरकार ने 60 से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है। कोरोना के ओमीक्रोन स्वरूप के फैलने के चलते जर्मनी में बहुत तेजी से संक्रमण फैला है, जिसकी वजह से मृत्युदर और अस्पताल में भर्ती होने की तादाद बढ़ गई है। यह और भी ज्यादा घातक हो सकता है इसलिए कड़क नियम लागु करना आवश्यक है।