(प्रतीकात्मक तस्वीर)
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    नई दिल्ली: भारत संस्कृति से भरा हुआ देश है, कहा जाता है कि वैश्विक धरोहर यह भारत के पास है, दुनिया में सबसे पुराना देश और सबसे प्राचीन संस्कृति भारत की मानी जाती है।  यहां हर एक चीज का अपना अलग महत्व होता है शादी को बहुत पवित्र बंधन माना जाता है जहां दो लोग और उनके परिवार रिश्ते में जुड़ जाते है, लेकिन अब बदलते वक्त के साथ बहुत सारी चीजें बदल गई है, ऐसे में अब लोग शादी के पहले ही एक दूसरे के साथ रहने लगे है। 

    जैसा की आप जानते है जमाना मॉर्डन होते जा रहा है और लिव इन जैसे रिलेशनशिप भी धीरे- धीरे समाज में अपनाए जा रहे हैं। लेकिन अभी भी बहुत हद तक भारतीय समाज में शादी की कुछ मान- मर्यादाएं हैं, जिसका पालन आज भी किया जाता है। जैसा कि हम सब जानते है हमारे भारतीय समाज में अभी भी शादी से पहले दो लोगों के साथ रहने को पूरी तरह स्वीकार नहीं किया जाता और इसे गलत माना जाता है। वहीं आज भी दुल्हन अगर शादी से पहले ही मां बन जाती है तो ऐसी खबरें भी आपका ध्यान अपनी ओर खींचती है और उस महिला समाज के ताने सुनने पड़ते है क्योंकि महिला शादी के बाद ही मां बने यही भारतीय समाज की परंपरा रही है। 

    अजीबोगरीब परंपरा 

    लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में असल मायनों में लिव- इन रिलेशनशिप की शुरुआत आज से हजारों साल पहले ही हो चुकी थी। जी हां चौंक गए ना?लेकिन यह सच है। दरअसल आज आपको भारत के ही एक राज्य की ऐसी परंपरा के बारे में बताएंगे जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। दरअसल भारत के ही एक राज्य में शादी से पहले बच्चा पैदा करने की परंपरा है। हैरानी भरा तो यह कि अगर युगल ऐसा नहीं कर पाता तो शादी भी टल जाती है। जी हां हम यहां भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान की बात कर रहे हैं। यहां दो जिलों सिरोही और पाली में शादी की अनोखी  बेहद अनोखी परंपरा रही है, जिसे देख हर कोई दंग है। 

    ये है मान्यता 

    आपको बता दें कि राजस्थान में शादी से पहले बच्चे के जन्म की यह प्रथा गरासिया जनजाति की है। यहां युवक- युवतियों के मिलन के लिए खास दो दिनों का मेला भी आयोजित किया जाता है। ऐसे में इसे लेकर कहा जाता है कि गरासिया जनजाति की यह परंपरा 1000 साल से भी पुरानी है। इसे लेकर कई तरह की अलग-अलग मान्यता है जो वहां के स्थानीय लोग मानते है। 

    पहले बच्चे का जन्म फिर शादी 

    दरअसल राजस्थान में गरासिया जनजाति के लोग युवतियों और युवकों को उनकी पसंद के मुताबिक पार्टनर चुनाव करने का मौका देते हैं। जब युवक-युवती आपसी रजामंदी से एक- दूसरे को चुन लेते हैं तो वे एक युगल बन जाते हैं। जिसके बाद वे अपना परिवार शुरु कर सकते हैं। परिवार शुरू होने के बाद ही शादी का जश्न मनाया जाता है, यह परंपरा आज भी यहां मानी जाती है जिसे शायद पूरी दुनिया नहीं जानती हों।