वर्धा. स्थानीय स्वराज्य संस्था को आय का कुछ प्रतिशत हिस्सा दिव्यांगों के लिए खर्च करना अनिवार्य किया गया है़ इसके तहत नगर परिषद की ओर से वर्ष 2017 में शहर के दिव्यांगों के लिए बेरोजगार पेंशन योजना शुरू की गई, जिसमें अनेक दिव्यांगों ने अपना पंजीयन कराया और योजना का लाभ ले रहे है़ं पिछले 3 वर्षों में दिव्यांगों को नगर परिषद ने 63 लाख 30 हजार 880 रुपए सहायता राशि के रूप में वितरित किए है़ नप की इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को लाभ लेने की जरूरत है़ सरकारी नियमानुसार स्थानीय स्वराज्य संस्था को अपनी आय का 5 फीसदी तक खर्च दिव्यांगों के कल्याण के लिए खर्च करना अनिवार्य है.
प्रति वर्ष बजट में किया जाता है प्रावधान
नगर परिषद प्रशासन द्वारा भी इस ओर पहले अनदेखी होती थी़ उपरांत दिव्यांगों द्वारा आंदोलन भी हुए थे़ वर्ष 2017 से वर्धा नगर परिषद ने दिव्यांगों के लिए बेरोजगार पेंशन योजना शुरू की गई़ प्रति वर्ष आर्थिक बजट में योजना के लिए निधि का प्रावधान किया जा रहा है, नये से दिव्यांगों का पंजीयन किया जाता है.
18 वर्ष से अधिक वालों को समावेश
अक्सर बेरोजगार दिव्यांगों को जीवनयापन करने में अनेक दिक्कतें आती है, जिससे उन्हें मदद की काफी जरूरत रहती है़ इस योजना का लाभ उम्र के 18 साल पूर्ण करने वाले 40 फीसदी से ज्यादा जो दिव्यांग है, वे ले सकते है़ अपना पंजीयन कर शहर के ज्यादा से ज्यादा दिव्यांगों को योजना का लाभ लेने की जरूरत है़.
इस प्रकार मिलता है योजना का लाभ
योजना के लिए उपलब्ध निधि का समसमान हिस्सा दिव्यांगों को वितरित किया जाता है़ प्रतिमाह के हिसाब से रकम हर तीन महीने में लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की जाती है़ ऐसे में नगर परिषद की बेरोजगार पेंशन योजना से दिव्यांगों को राहत मिली है.
अब तक उपलब्ध कराया गया निधि
वर्ष 2017-18 में नगर परिषद की ओर से शुरू बेरोजगार पेंशन योजना के लिए 25 लाख 82 हजार रुपए का निधि उपलब्ध किया गया, जिसका लाभ 297 दिव्यांगों को मिला़ वर्ष 2018-19 में 19 लाख 21 हजार 635 रुपए का निधि उपलब्ध कराया, जिसमें 334 लाभार्थियों को लाभ मिला़ वर्ष 2020-21 में 18 लाख 27 हजार 245 रुपए का प्रावधान किया गया, जिसमें प्रतिमाह के 386 के हिसाब से हर तीन महीने में रकम दिव्यांगों के खाते में जमा की गई़ वहीं 2021-22 के लिए 25 लाख रुपए का निधि उपलब्ध किया है, जिसके तहत प्रति दिव्यांग को 400 रुपए वितरित किए जाएंगे़ अप्रैल से जून तक के 1200 रुपए दिव्यांग के खाते में जुलाई के अंत तक जमा किए जाने वाले है.
दिव्यांगों को मिल रहा योजना का लाभ
नगर परिषद की ओर से पहले दिव्यांगों की ओर अनदेखी की जा रही थी, जिससे अपने हक के लिए आंदोलन खड़ा किया था़ उपरांत 2017 से पेंशन योजना शुरू हुई, जिसका लाभ सभी दिव्यांगों को मिल रहा है.
-प्रमोद कु-हाटकर, जिलाध्यक्ष- प्रहार अपंग क्रांति संगठन.