BDO escaped the meeting

  • उपसभापति की चुप्पी
  • पूर्व सभापति ने उपस्थित किया अनशन का मुद्दा
  • पंस सदस्यों ने जताया असंतोष

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कारंजा-घा़: पंचायत समिति के सभागार में गुरुवार, 18 जून को सभापति चंद्रशेखर आत्राम की अध्यक्षता में मासिक सभा बुलाई गई थी़ इसमें विभागनिहाय जायजा लिया गया़ उपस्थित सदस्यो ने बीडीओ पर विश्वास में न लेने का आरोप लगाया़ वहीं सेलगांव (उ.) सर्कल के पंस सदस्य तथा पूर्व सभापति मंगेश खवशी ने समाजसेवियो के अनशन का मुद्दा बैठक में उपस्थित किया़ इसपर सभापति तथा बीडीओ ने टालमटोल जवाब देने से सभागार में हंगामा मच गया़ स्थिति बिघडती देख बीडीओ नंदागवली सभा अधर में छोड भाग निकलने का आरोप सदस्यों ने किया़.

बता दे कि, पंस मासिक सभा की सभा हंगामे से ही शुरु हुई़ सदस्यों ने बीडीओ पर तंज कसते हुए कहा कि, अगर आप हमें विश्वास में लेकर काम नही कर सकते, तो हम भी त्यागपत्र देकर अनशन पर बैठ जाते है़ पंस की वर्तमान स्थिति काफी बिकट है़ सभापति, उपसभापति व बीडीओ तीन ही लोग कारभार चला रहे है, ऐसा भी आरोप सदस्यों ने किया़ उल्लेखनिय यह कि, इस विषय पर उपसभापति जगदिश डोले चुप्पी साधी हुई थी़ कुछ समाजसेवियों ने 15 जून से बीडीओ के खिलाफ अनशन शुरु कर दिया है़ इसमें बीडीओ पर भ्रष्टाचार, मनमानी से लेकर अन्य गंभीर आरोप लगाये गए़ किन्तु अबतक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई़.

गुरुवार को आयोजित मासिक सभा में स्थिति बिघडती देख बीडीओ नंदागवली निकल जाने से पंस सदस्यो ने असंतोष व्यक्त किया है़ वहीं दूसरी ओर अनशन मंडप को विधायक दादाराव केचे, जिप अध्यक्षा सरिता गाखरे ने भेंट देकर कार्रवाई का अश्वासन दिया़ किन्तु इस दौरान कही पर भी उपसभापति दिखाई न देने से चर्चाओं ने जोर पकडा है़ वहीं कांग्रेस के सभापति व भाजपा के उपसभापति के बिच मधुर संबंधो के कारण बीडीओ पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है, ऐसी चर्चा भी राजनीतिक गलिहारो में है़