मनरेगा में भ्रष्टाचार का मामला, नंदागवली से साडेछह घंटे तक चली पुछताछ

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कारंजा-घा़. किन्हाला ग्रामपंचायत अंतर्गत मनरेगा में सामने भ्रष्टाचार प्रकरण की जांच ने अब गति पकडी है़ रविवार को तत्कालीन बीडीओ उमेश नंदागवली कारंजा पुलिस के सामने उपस्थित हुए़ सुबह 10 बजे शुरु हुई पुछताछ साडेछह घंटे के बाद 4.30 बजे खत्म हुई़ नंदागवली से जांच अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक योगेंद्रसिंग यादव द्वारा कडी पुछताछ होने की जानकारी है़ 

ज्ञात हो कि, मनरेगा के काम में मृतक मजदूर दिखाकर उनके नाम से पैसे ऐठे गए थे़ प्रकरण में पांच आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया था़ इनमें से तीन की जमानत अर्जी जिला न्यायालय ने खारिज कर दी थी़ अब इन आरोपियों ने हाईकोर्ट में अपील की है़ इसपर 22 अक्टूबर को सुनावनी होने की जानकारी है़ प्रकरण में आरोपी ठेकेदार रामू सोमकुंवर को शर्तो के आधार पर चार सप्ताह के लिए जमानत मिलने की जानकारी जांच अधिकारी ने दी़ प्रकरण की जांच की ओर पुरे तहसील का ध्यान लगा हुआ है.

सरकारी कर्मचारी मामले में अटके होने से जांच कार्य में कोताई तो नहीं बरती जा रही, ऐसी चर्चा शहर में है़ वहीं आरोपियों को वरिष्ठ न्यायालय से हिरासतपूर्व जामीन मिले, इस लिए पुलिस अप्रत्यक्षरुप में मदद कर रही है, ऐसी चर्चा भी है़ वहीं तत्कालीन बीडीओ उमेश नंदागवली से कारंजा पुलिस द्वारा हुई पुछताछ में गंभीर बाते सामने आने की जानकारी है़ अब पुलिस आगे क्या कदम उठाती है, इस ओर सभी नजरे टिकी है़