वर्धा. करोड़ों की हेराफेरी मामले में गिरफ्तार रानी दुर्गावती संगठन वर्धा की अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को न्यायालय ने 24 जून तक पुलिस कस्टड़ी सुनाई है़ वहीं सेवानिवृत्त पंजीयन अधिकारी कडू का सोमवार को रिमांड खत्म होगा़ वहीं तत्कालीन श्रम अधिकारी चव्हाण को जमानत मिली है़ प्रकरण से जुड़े अन्य आरोपी शीघ्र ही पुलिस की गिरफ्त में होने की संभावना जताई जा रही है.
ज्ञात हो कि तत्कालीन श्रम अधिकारी पवनकुमार चव्हाण के कार्यकाल में मजदूर व उनके पाल्यों को विविध योजना का लाभ पहुंचाने के काम में करोड़ों का आर्थिक घोटाला सामने आया़ इसमें आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने सबसे पहले चव्हाण को गिरफ्तार किया था़ पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद उसे जेल रवाना कर दिया था.
इस बीच पुलिस ने प्रकरण से जुड़े दूसरे आरोपी सेवानिवृत्त पंजीयन अधिकारी जगदिश गजानन कडू (59) को गिरफ्तार कर लिया है़ कडू का पीसीआर 21 जून को खत्म होगा़ वहीं शनिवार की देर शाम रानी दुर्गावती संगठन की अध्यक्ष रजनी देहारे (37) व उपाध्यक्ष राजू आडे (45) को आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
कार्यालय से जरूरी दस्तावेज भी किए जब्त
कारला रोड परिसर स्थित संगठन के कार्यालय की भी जांच पड़ताल की गई़ यहां से कुछ दस्तावेज जब्त किये जाने की जानकारी है़ इन दोनों के खिलाफ कुछ माह पहले देवली थाने में मजदूरों के फर्जी पहचानपत्र तैयार करने के प्रकरण में मामला दर्ज बताया गया़ इस घोटाले में अन्य कुछ आरोपियों का समावेश है़ शीघ्र ही कुछ बड़ी मछलियां पुलिस के हाथ लगने की संभावना जताई जा रही है.