वर्धा. केन्द्र सरकार के माध्यम से वर्धा-हिंगनघाट, वर्धा-आर्वी नए महामार्ग के काम वर्धा जिले में प्रगतिपथ पर है. यह दोनों महामार्ग सीमेंट कांक्रीट दर्जा के प्रस्तावित है. वर्धा जिला मुख्यालय को तहसील स्तर से जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग है. इन दोनों महामार्ग के काम सभी प्रशासकीय प्रक्रिया, अनुमति तथा तकनीकी मुद्दे सुलझाकर आगामी 6 माह में पूर्ण करने के निर्देश सांसद रामदास तडस ने दिए.
विभिन्न प्रकल्पों का लिया जायजा
गुरुवार को राष्ट्रीय विभाग से संबंधित विविध प्रकल्प का जायजा लेने के लिए बैठक का आयोजन किया गया. वनविभाग, राजस्व विभाग, महावितरण तथा अनेक विभाग में बैठक के दरमियान समन्वय रखकर प्रकल्प का जायजा लिया गया. तड़स ने कहा कि आंजी बडी से विरुल की ओर जाने वाले मार्ग व चौक का सौंदर्यीकरण करने तथा वर्धा शहर समीप बोरगांव मेघे, येलाकेली, पिपरी, आंजी, खरांगणा, मोरांगणा तथा आर्वी शहर समीप परिसर का काम प्राथमिकता से पूर्ण करने पर जनता को परेशानी कम होगी.
उन्होंने उचित नियोजन करने के निर्देश दिए. अधिकारियों ने बताया कि सेलडोह-पवनार तथा आर्वी-तलेगांव यह दो महामार्ग के काम ठेकेदार की लापरवाही से शासन ने रद्द किए. नई निविदा प्रक्रिया करीब पूर्ण हुई है. इस प्रकल्प को भी आगामी समय में शुरुआत होगी. बैठक में राष्ट्रीय महामार्ग विभाग के कार्यकारी अभियंता बोरकर, शाखा अभियंता टाके, महामार्ग विभाग के विविध तकनीकी सलाहकार, वर्धा जिला केन्द्रीय मार्ग सुरक्षा समिति के सदस्य प्रणव जोशी उपस्थित थे.