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  • पहले मंत्री ने की घोषणा, बाद में सरकार ने दिया स्पष्टीकरण

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वर्धा. राज्य आपदा प्रबंधन ने राज्य में लॉकडाउन को लेकर एक बड़े फैसले का ऐलान किया है. राज्य के राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने जिस राज्य में पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम है, पूरी तरह से अनलॉक कर दिया जाएगा, ऐसी घोषणा की. परंतु कुछ ही देर में मंत्री के फैसले के संदर्भ में सरकार की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया. अनलॉक का प्रस्ताव विचाराधीन होने की बात सरकार की ओर से कही गई है. जिससे अनलॉक को लेकर व्यापारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस संदर्भ में व्यापारियों ने अपनी अलग-अलग राय व्यक्त की. किसी ने अनलॉक करना जरूरी बताया तो किसी ने प्रतिबंध कायम रखने की मांग की.

न हो पूरी तरह से अनलाक

जिले में भले ही पॉजिविटी रेट 5 फीसदी से कम है, परंतु राज्य सरकार ने पूरी तरह से अनलॉक नहीं करना चाहिए. क्योंकि रियायत मिलते ही पॉजिटिविटी रेट बढ़ने में देर नहीं लगेगी, जिससे कुछ प्रतिबंधन कायम रखना जरूरी है.

-विशाल अडवानी, व्यवसायी

जनता को करें जागृत

राज्य सरकार ने अनलाक करने से पहले जनता को जागृत करना जरूरी है. क्योंकि गत दो दिनों से लोगों की जो भीड़ दिख रही है, उसके परिणाम जल्द ही सामने आ सकते हैं. अनलॉक से पहले सरकार व प्रशासन लोगों में जनजागृति करें. तत्पश्चात अनलॉक करें. जो डर व्यापारी, प्रशासन को है, वह डर जनता में भी होना चाहिए, जिससे फिर से लाकडाउन करने की नौबत नहीं आयेगी.

-प्रवीण जैन, व्यवसायी

प्रशासन के निर्णय से रहेंगे सहमत

पॉजिटिविटी रेट कम हुआ है. परंतु फिर से संक्रमण बढ़ने की संभावना नकारी नहीं जा सकती है. लाकडाउन के कारण व्यापार में काफी नुकसान हुआ है. लेकिन कोरोना को अनदेखा नहीं किया जा सकता. फिर भी प्रशासन जो निर्णय लेता है, हम उससे सहमत होंगे.

-वीरेंद्र मांडविया, कपड़ा व्यवसायी

जान है तो जहान है

व्यापार में घाटा हो रहा है, लेकिन जान है तो जहान है. परंतु यह लाकडाउन मध्यमवर्गीयों के लिए काफी नुकसानदायक है. सरकार ने अनलाक करना चाहिए, परंतु कुछ पाबंदियां अभी भी कायम रखना जरूरी है.

-बंटी कुकरेजा, कपड़ा व्यवसायी

होना चाहिए अनलॉक

अब जिले के साथ-साथ राज्य में भी पॉजिटिविटी रेट कम हुआ है. कोरोना काबू में आ रहा है, ऐसे में सरकार ने सभी तरफ से विचार कर अनलाक करना चाहिए. क्योंकि काफी नुकसान हुआ है. जिस कारण अब अनलॉक जरूरी है.

-नितिन मिहानी, व्यवसायी

जल्द से जल्द हो अनलॉक

गत वर्ष से लाकडाउन ने व्यवसायियों की कमर तोड़ दी है. सलून व्यवसाय तो पूरी तरह से चौपट हो गया है. इसके बावजूद भी सरकार ने कुछ मदद तक घोषित नहीं की. परंतु अगर जब सरकार पूरी तरह से अनलॉक करती है तो उसका हम स्वागत करते है. क्योंकि अब हालात ऐसे हैं कि, कोरोना से तो बाद में परंतु भुख से मरने की नौबत समाज के व्यवसायियों पर आयी है.

-प्रशांत राजुरकर, अध्यक्ष, नाभिक एकता मंच