वर्धा. कोरोना के बढ़ते संक्रमितों के चलते राज्य सरकार ने कर्फ्यू का सक्ती से पालन करने के निर्देश दिये है. वहीं पहले ही दिन कर्फ्यू की धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दी. शहर के रास्तों पर हमेशा की तरह ही चहल-पहल रही, जिससे सरकार के निर्देशों की अनदेखी दिखाई दी. राज्य में तेजी से बढ़ते जा रहे संक्रमित व स्वास्थ्य सुविधा के अभाव के चलते सरकार ने बुधवार की रात 8 बजे से कर्फ्यू लागू कर दिया है. स्वयं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को सक्ती से निर्देशों का पालन कराने के निर्देश दिये. किंतु पहले दिन प्रशासन सुस्त ही रहा. शहर की सड़कों पर वीरानी की जगह नागरिक मुक्त संचार करते हुए दिखाई दिये. कुछ दूकानदारों ने अनुमति नहीं होने के बावजूद अपनी दूकानें खोली.
बेवजह निकले युवा व लोग
सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा था की, काम न होने पर कोई भी घर के बाहर नहीं निकले. किंतु आज सुबह से युवा व नागरिक बेवजह सड़क पर घूमते हुए दिखाई दिये. पेट्रोल पंप से लेकर अन्य जगह अच्छी चहल पहल रही. अनेक बच्चे स्कूल की बैग लेकर घूमते हुए दिखाई दिए. स्कूल, कालेज बंद करने के प्रशासन के निर्देश होने के बाद भी शहर के अनेक स्कूल व कालेजों में हमेशा की तरह भीड़भाड़ दिखी.
पुलिस का नहीं था बंदोबस्त
पुलिस अधीक्षक प्रशांत होलकर ने बुधवार की रात एक वीडियो संदेश प्रसारित किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि जिले में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से बढ़ रही है. सरकार ने दूसरा लाकडाउन घोषित किया है. जिले में धारा 144 लागू की है. जनता से पुलिस व प्रशासन को सहयोग करने की अपील की थी. पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने कर्फ्यू के मद्देनजर 90 पुलिस अधिकारी, 700 पुलिस कर्मी व 500 होमगार्ड तैनात करने के निर्देश दिए थे. परंतु दोपहर तक केवल इक्का दुक्का पुलिसकर्मी पेड़ का सहारा लेकर खड़े दिखाई दिये.
नप व प्रशासन भी नहीं कर रहा कार्रवाई
कर्फ्यू व सरकार के निर्देश के कारण नगर परिषद व जिला प्रशासन एक्शन मोड़ में आने की उम्मीद थी, परंतु दोनों विभाग गुरुवार को हरकत में नहीं दिखे. जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानों में सामाजिक दूरी, मास्क आदि नियमों की धज्जियां उड़ी दिखाई दी थी. वहीं दूकानदार व नागरिक बिना मास्क दूकानदारी करने में व्यस्त थे. परिणामवश कोरोना का संक्रमण थमने की जगह बढ़ने का खतरा और बढ़ गया है. एक और संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से नये रिकार्ड बना रहा है. ऐसी ही लापरवाही चलती रही तो आने वाले सप्ताह के भीतर आंकड़ा 1 हजार के पार जा सकता है.
SP ने भी देखा नजारा
पुलिस अधीक्षक गुरुवार को सुबह 10 बजे के करीब शहर की स्थिति देखने निकले. मुख्य सड़क से लेकर आर्वी नाका व अन्य प्रमुख मार्ग का उन्होंने निरीक्षण किया. उनके सामने ही सड़क पर भारी चहल-पहल थी. सोशालिस्ट चौक व अन्य जगह नियमों की उड़ी धज्जियां स्वयं उन्होंने देखी.