मासोद (सं). धाम नदी का पात्र पूर्णत: सूख चुका था. वहीं शनिवार को हुई झमाझम बारिश से धाम नदी बहने लगी. साथ ही धाम नदी से जुड़ी छोटी नदियों में भी जलस्तर बढ़ता दिखाई दिया़ इस दौर में धाम बांध की मछलियां जलप्रवाह के विरुध्द दिशा में अंडे छोड़ते हुए सफर करती है़ यह मछलियां नदी पात्र के ऊपरी दिशा में पकड़ी जाती है़ फलस्वरुप मछुआरों के लिए यह दौर लाभदायी रहता है़ अच्छी बारिश होने पर शीघ्र ही धाम नदी पूरी क्षमता से बहने लगेगी.