शराबबंदी के लिए एल्गार, 12 गांवो से पहुंची थी महिलाए

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वर्धा. शराबबंदी के लिए गांव गांव की महिलाओं ने एल्गार पुकारा है़ शराब बंदी करें, अन्यथा हम जनप्रतिनिधियो को गावबंदी करेंगे, ऐसी चेतावनी महिलाओ ने दी़ करीब 12 गांवों से पहुंची महिलाओं ने शरामुक्ति आंदोलन के नेतृत्व में प्रशासन का ध्यान खींचा़ 

गांधी जिले में 46 वर्षों से शराबबंदी सरकार ने घोषीत की़ परंतु आज भी जिले में धडल्ले से शराब बेची जा रही है़ इसके लिए प्रशासनिक मानसिकता जिम्मेदार है़ शराबमुक्ति आंदोलन संगठना कई वर्षों से इसके खिलाफ आवाज उठा रही है़ नवरात्रि के उपलक्ष्य महिलाओं ने शराबबंदी के खिलाफ आक्रमण रुख अपनाया है़ सेलू तहसील के 12 गांवों की महिलाओं ने संगठन के संयोजक भाई रजनीकांत से भेंट कर उन्हें निवेदन सौंपा़ अगर प्रशासन शराबबंदी की ओर गंभीरता से ध्यान नहीं देंगा, तो हम जनप्रतिनिधी व शासकीय अधिकारी, कर्मियों को गांव में  प्रवेश करने नहीं देंगे, ऐसा निर्णय महिलाओं ने लिया़  निवेदन देते समय मेघा ढगे, मेघा ठाकरे, गीता गावंडे, शोभा तुमसाम, सिमा ढगे, अश्विनी ढगे, दुर्गा नरताम, आशा खोबे, चंदा उडाण, रितु मडावी, कल्पना नावरे, सिमा शेंडे, लता उईके, भावना करनाके, रुख्मा दुर्वे, कल्पना नेहारे, सुषमा रोवले, वैशाली मुकुंद सहित अनेको की उपस्थिती थी़ महिलाओं का निवेदन पालकमंत्री, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को भेजा जाएंगा, ऐसी जानकारी भाई रजनिकांत ने दी़