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    देवली: पिछले कुछ माह से देवली तहसील के रोहिणी, कलसपुर रेती घाट से अवैध रेत उत्खनन जोरों पर चल रहा है. इसके साथ ही अब पिछले सप्ताह से हिवरा कावरे रेत घाट पर अवैध रेत उत्खनन शुरू है. लेकिन इसके बावजूद भी राजस्व विभाग की अनदेखी कायम है.

    रोहणी गांव में विधायक रणजित कांबले का निवास्थान है. उन्होने अपनी राजनीतिक जीवन की पारी की शुरुआत रोहनी ग्राम पंचायत के सरपंच पद से की थी. इस गांव का संबंध कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता स्वर्गीय प्रभाराव से भी है. इतने बड़े दिग्गज नेताओं का यह गांव रहने के बावजूद हिवरा और रोहिणी रेती  घाट से अवैध रेत तस्करी जोरों पर शुरू है यह आश्चर्य की बात है.

    हिवरा और रोहनी के रेत तस्करों के खिलाफ तहसील के अनेक सामाजिक संगठनों ने तहसीलदार राजेश सरोदे और एसडीओ सूरेश बगले से मिलकर निवेदन देकर अवैध रेत तस्करी रोकने की मांग की गई थी. लेकिन उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. नया पदभार संभाले जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार से मिलकर एक सामाजिक संगठन ने हिवरा कावरे और रोहनी रेती घाट पर हो रही अवैध रेत तस्करी के बारे में पूरी जानकारी देकर उन्हें निवेदन दिया.

    अवैध रेत तस्करी पर लगाम कसने का अपने शासकीय अधिकारियों को आदेश भी दिया. लेकिन अब तक कोई भी अधिकारी अवैध रेत तस्करी पर लगाम लगाने के लिए रेती घाट पर नहीं पहोचा. हिवरा कावरे और रोहनी रेती घाट पर के तस्करों पर सत्ताधारी बड़े राजनीतिक लोगों का हाथ होने के कारण उन पर कार्रवाई करने से बड़े बड़े अधिकारी कतरा रहे है.

    पूरे तहसील में यह बात सभी जानते हैं कि, रेत तस्करी करने वालों में देवली पंचायत समिति का एक पूर्व सभापति और टायरवाला मुन्ना अपने गिरोह के माध्यम से रेत तस्करी का अवैध कारोबार चला रहे हैं. लेकिन यह भी आश्चर्य की बात है कि देवली तहसील के विरोधी पक्ष वालों ने अब तक अवैध रेट तस्करी के खिलाफ कोई भी आवाज नहीं उठाई. यह भी तहसील में चर्चा का विषय बना हुआ है. रोज हिवरा, रोहनी के रेत तस्करों के खिलाफ आमजन आवाज उठा रहा है. लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है. इस कारण देवली तहसील के आमजनों में रोष नजर आ रहा है.

    फौजदारी कार्रवाई करें प्रशासन

    रोहनी, हिवरा रेती घाट पर हो रही अवैध रेत तस्करी देवली तहसील में चर्चा का विषय बनी हुई है. लेकिन इसके खिलाफ शासन कब टस से मस नहीं हो रहा है.  इस पर सत्ताधारी राजनीतिक आकाओं का तस्करों पर हाथ होने के कारण उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है. अवैध रेत उत्खनन से पर्यावरण खराब होने की संभावना है. इसलिए शासन रेत तस्करों के खिलाफ कड़े कदम उठाकर दोषियों पर फौजदारी करवाई कर उन्हें जेल में डाले.- कृष्णकांत शेंडे, पूर्व पार्षद न. प.देवली

    लाचार प्रशासन कार्रवाई से कतरा रहा है

    देवली के तहसील के हिवरा और रोहनी रेती घाट से दिन रात अवैध रेत उत्खनन जोरों पर चल रहा है. इसके खिलाफ अनेक शिकायतें करने के बाद भी प्रशासन कार्रवाई करने से कतरा रहा है. इतना लाचार प्रशासन मैंने अब तक नहीं देखा. राजनीतिक संरक्षण का फायदा उठाकर रेत माफिया अपनी मनमानी कर रहे हैं. जिस कारण देवली तहसील में सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. ऐसे रेत माफियाओ पर शासन कड़ी कार्रवाई करें ना कि राजनैतिक गुलामी.- प्रवीण बोंडेकर, सामाजिक कार्यकर्ता, देवली

    रेत तस्करों के वाहनों से फसलों का नुकसान

    रोहिणी और हिवरा रेती घाट के रेत माफिया रात में अंधाधुन गाड़ियां कच्चे मार्ग से ले आते हैं. जिससे उड़ती धूल के कारण फसलों को हनी पहुंच रही है. कच्चे मार्ग भी खराब हो रहे हैं. जिस मार्ग का उपयोग किसानों को करना चाहिए उन उन मार्गों का उपयोग अब रेत माफिया कर रहे हैं. उनकी शिकायत करने पर भी शासन उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है यह आश्चर्य की बात अवैध रेत माफियाओं पर शासन तुरंत कार्रवाई करें जिससे किसानों की फसलों की होने वाली बर्बादी रोकी जा सके. – दिनेश दीघाडे, किसान भिड़ी.

    घरकुल लाभार्थियों को नहीं मिल रही है रेत

    रोहनी, हिवरा रेती घाट रेत का बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है. शासन ने इस पर चुप्पी साधी हुई है. घरकुल योजना के लाभार्थियों को जिन्होंने अपने घर खोल के रखते हैं उन्हें रेत के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. शासन में घर को लाभार्थियों के लिए आरक्षित रखे गए. रेती घाटों की अब तक नीलामी नहीं कि है. घर कुल लाभार्थियों को घर का निर्माण कार्य पूरा करने में दिक्कत आ रही है वहीं दूसरी ओर रेत माफिया रेत का अवैध रेत उत्खनन कर रहे हैं आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि शासन रेत माफियाओं पर लगाम कसने में नाकाम हो रहा है.शासन को इन रेत माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. – प्रमोद काम्बले, देवली