वर्धा. राज्य में प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है़ जिले में भी कोरोना ने अब तक के सभी रिकार्ड तोड़ दिए है़ संक्रमण के चलते जिले में फिर एक बार वहीं स्थिति पैदा हो गई है़ मार्च 2020 के अंतिम दिनों में सरकार ने लाकडाउन लागू किया था़ इसके तीन माह बाद अनलाक की प्रक्रिया चली़ धीरे धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने लगा़ इस दौर में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई गई. नागरिकों की लापरवाही से फिर कोरोना ने पैर पसारने शुरू कर दिए़ यह देख सरकार ने कुछ निर्बंध जारी किए़ परंतु वर्तमान स्थिति गंभीर हो गई है कि, मार्च 2021 के अंतिम दिनों में फिर एक बार लाकडाउन का खतरा आमजनों पर मंडराता नजर आ रहा है़ जिले में लाकडाउन लागू होने को आज एक वर्ष पूर्ण हो गया है़ बीच के दिनों में हालात ठीक होने लगे थे़ मरीजों की संख्या में भी कमी देखने मिल रही थी़ सभी उद्योग, व्यापार, प्रतिष्ठान सहित अन्य सेवा सुचारू तरीके से शुरू हो गई थी.
फरवरी से बढ़ने लगे जिले में संक्रमित
परंतु फरवरी माह से जिले में फिर एक बार कोरोना की दूसरी लहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया़ देखते ही देखते जिले में हालात इतने बेकाबू हो गए कि मार्च में कोरोना ने सभी पुराने रिकार्ड तोड़ दिए़ शुक्रवार को जिले में एक ही दिन में 332, शनिवार को 326 कोरोना मरीज मिले, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है़ 22 मार्च 2020 से जिले में लाकडाउन लागू हुआ था़ इसके बाद 49 दिनों तक जिले में कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला़ पहला मरीज आर्वी तहसील के हिवरा तांडा में पाया गया़ इसे बाद भी संक्रमण को रोकने में स्थानीय प्रशासन काफी दिनों तक सफल रहा.
आमजन की लापरवाही व प्रशासन की अनेदखी
अप्रैल, मई माह में नाममात्र मरीज मिले़ जून, जूलाई, अगस्त व सितंबर में मरीजों की संख्या बढ़ी. इसके बाद अक्टूबर, नवंबर व दिसंबर में आंकड़ों में काफी कमी आयी़ इससे प्रशासन व लोगों ने राहत की सांस ली़ इस बिच प्रशासन ने ढिलाई बरतनी शुरू कर दी व जनता लापरवाह हो गई. धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व विवाह समारोह जैसे कार्यक्रमों में धड़ल्ले से कोरोना नियमों का उल्लंघन होते रहा़ नतीजन जनवरी 2021 से धीरे धीरे कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी़ उचित नियोजन न करने से फरवरी व मार्च में हालात बेकाबू हो गए है. वर्तमान स्थिति यह है कि, फिर एक बार वर्धा जिला लाकडाउन की कगार पर दिखाई दे रहा है़ राज्य सरकार ने हाल ही में सख्त निर्बंध लगा दिए है. ऐसे में मार्च के अंतिम दिनों में फिर एक बार लाकडाउन की आशंका बढ़ गई है.
अब तक 404 ने गंवाई जान
अब तक जिले में 404 ने अपनी जान गंवाई है़ फरवरी व मार्च 2021 में मृतकों का आंकड़ा काफी बढ़ गया है़ बढ़ते आंकड़ों ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है़ मृत्यु पर रोक लगाने स्वास्थ्य प्रशासन प्रयासरत है़ परंतु इन आंकड़ों में किसी प्रकार की कमी नहीं आ रही.
अब तक 16365 बाधित
जिले में मार्च 2020 से मार्च 2021 इस एक वर्ष में 16365 कोरोना मरीज मिले है़ प्रतिदिन जिले में 1500 से 2 हजार लोगों की कोरोना टेस्ट हो रही है़ प्रशासन एंटीजन टेस्ट पर अधिक जोर दे रहा है. अब तक जिले में 14,301 लोगों ने कोरोना पर मात दी है.