वर्धा. लॉकडाऊन के दौरान जनता को परेशान करने का काम राज्य सरकार व बिजली विभाग कर रहा है़ एकसाथ तीन माह का औसतन बिल भेजकर ग्राहकों को परेशान किया जा रहा़ इसके विरोध में सोमवार, 22 जून को सांसद तडस ने महावितरण कार्यालय के समक्ष बिजली बिलो की होली जलाई़ महावितरण ने अत्यंत मनमानी कामकाज चलाकर तिन माह का औसतन बिजली बिल ग्राहकों पर थोप दिया़ इससे ग्राहको में संभ्रम पैदा हो गया है़ घरैली ग्राहको के लिए बिजली नियामक आयोग ने 01 अप्रैल 2020 से नश्चिति मूल्य नर्धिारीत किया है़ 0 से 100 युनिट के लिए 3.46 रु प्रति युनिट, 101 से 300 युनिट के लिए 7.43 रु प्रति युनिट, 301 से 500 युनिट के लिए 10.32 रु प्रति युनिट, 501 से 1000 युनिट के लिए 11.71 रु प्रति युनिट, 1000 से अधिक युनिट के लिए 11.71 रु प्रति युनिट बताया गया़.
राज्य सरकार ने लॉकडाऊन के दौरान बिजली बिल उपयोग का प्रतिमाह अनुमान न लगाते हुए औसतन तीन माह का बिल भेज दिया़ इसका खामियाजा गरीब ग्राहकों को भुगतना पड रहा है़ इसमें सुधारना की जाए़ सरकार ने गंभीर दखल नहीं ली तो, महावितरण के सभी दफ्तरो को ताला ठोका जाएंगा, ऐसी चेतावनी सांसद तडस ने दी़ आंदोलन में पं.स. सभापति महेश आगे, मिलींद भेंडे, तहसील अध्यक्ष गिरीष कांबले, श्रीधर देशमुख, गणेश वांदाडे, दिनेश वरटकर, भाष्कर वरभे, दिनकर उमप, गजानन दुतारे, अतुल देशमुख, प्रमोद झाडे, अतुल तिमांडे, निखील भेंडे, गौरव गावंडे, विनय पोराटे, सुशांत राऊत, प्रशांत लाबंट, राजु डांगरे, दिनेश पाटील, गजानन हिवंज आदि उपस्थित थे़