Government relaxes corona restrictions in Mizoram, schools-colleges and religious places will reopen
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– गजानन गावंडे

वर्धा. सोमवार से 9 से 12वीं तक की कक्षा शुरू करने की अनुमति सरकारने प्रदान की. किंतु कॉलेजों के संदर्भ कोई निर्णय नही लेने के कारण उनकी प्रतिक्षा कायम है. वास्तविकता में स्कूल के पूर्व कॉलेज शुरू होने की संभावनाएं अधिक थी. किंतु ऐसा नही होने से छात्र व पालकों के मन में दुविधा की स्थिति निर्माण हुई है. विश्वविदयालय अनुदान आयोग ने कॉलेज शुरू करने के संदर्भ में 5 नवंबर को दिशानिर्देश जारी किए थे. जिसके अनुसार चरणबद्ध तरिके से कोरोना के चलते सरकार ने जारी किए नियम अमल में लाकर कॉलेज शुरू करने की बात युजीसी ने की थी. परंतु सरकार व नागपुर विवि की और अब तक कोई निर्णय नही लिया गया है.

कोरोना संक्रमण के कारण 16 मार्च से समूचे देश के कॉलेज में अध्यापन का कार्य बंद है. कॉलेज उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत तथा स्कूलें शालेय शिक्षा विभाग के अंतर्गत आते है. परंतु शालेय शिक्षा विभाग ने स्कूलें शुरू करने के निर्देश दिए है.विवि व्दारा चरणबद्ध पद्धति से अंतिम वर्ष की परीक्षा ली गई है.जिसके परिणाम घोषित करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. प्रथम वर्ष के प्रवेश बारहवीं के परिणाम लगने के बाद किए गए है. तथा अन्य नियमित छात्रों को आगे की कक्षा में प्रमोट करने के निर्देश दिए गए थे. जिससे कॉलेजों ने अन्य कक्षाओं के प्रवेश पूर्ण किए है. बावजूद इसके कॉलेज शुरू करने के लिए राज्य सरकार व विवि व्दारा कोई निर्देश नही मिले है.जिससे कॉलेजों में आधा शैक्षणिक वर्ष बीतने के बाद भी सन्नाटा छाया हुआ है. युजी व पीजी करनेवाले छात्र वयस्क होने के कारण वह अपनी जिम्मेदारी समझ सकते है.कोरोना काल में भी सभी प्रतिबंधात्मक उपाययोजना कर वे अध्ययन कर सकते है. फिर कॉलेज क्यों नही शुरू हो रहे? ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है.

परीक्षा परिणामों में देरी

अंतिम वर्ष को छोड अन्य क्लास की परीक्षा विवि व्दारा नही ली गई. फिर भी परिणाम घोषित करने में विवि परीक्षा विभाग को देरी हो रही है.अंतिम वर्ष के परिणाम नही लगने से पीजी पाठयक्रम के प्रवेश आरंभ नही हुए है.प्रथम, व्दितीय, तृतीय व चतुर्थ क्लास की परीक्षा नही लेने के बावजूद उनके परिणामों में देरी हो रही है.

सिनियर कॉलेज भी शुरू हो

सिनियर कॉलेज के छात्रों वयस्क होते है. अच्छे, बुरे की समझ उनमें होती है. जिससे सरकारने सिनियर कॉलेज शुरू करने चाहिए थे. युजीसी ने कॉलेज शुरू करने के लिए निर्देश दिए है. किंतु विवि व सरकार की और से कोई डायरेक्शन नही मिला है. जिसकी हम प्रतिक्षा कर रहे है. 10वीं व 12वीं महत्वपूर्ण है. छात्रों को ऑनलाईन में दिक्कत आती है. इसी कारण यह कक्षाएं शुरू की गई होगी. उसी तर्ज पर सिनियर कॉलेज शुरू होने चाहिए. – डॉ. ओम महोदय, प्राचार्य, बजाज साईंस कॉलेज, वर्धा

कॉलेज शुरू करने चाहिए

कॉलेज में पढनेवाले छात्र समझदार होते है.उन्हें सभी बातों का ज्ञान होता है.सरकार ने स्कूल शुरू करने के पहले कॉलेज शुरू करने चाहिएं थे. कॉलेजों के पास स्कूल की तुलना में पर्याप्त सुविधा उपलब्ध होती है. बैचेस बनाकर कॉलेज में अध्यापन का कार्य हो सकता है.सरकार ने अब जल्द कॉलेज शुरू करने के संदर्भ में निर्णय लेना चाहिए. – डॉ.संजय धनवटे, प्राचार्य, मॉडेल कॉलेज कारंजा-घाडगे

ऑनलाईन शिक्षा असरदायी नही

ऑनलाईन शिक्षा असरदायी नही है. छात्रों को कई बातें ऑनलाईन में समझ नही आती है. गत 9 माह से कॉलेज बंद होने से छात्रों की शिक्षा पर असर हो रहा है.मानसिक तनाव में छात्र है. कॉलेज शुरू होने पर उनका मानसिक तनाव खत्म हो सकता है. सरकारने सिनियर कॉलेज शुरू करने के संदर्भ जल्दी निर्णय लेना चाहिए. – डॉ. साहेबराव चव्हान, प्राचार्य, जी.एस.कॉमर्स कॉलेज वर्धा