जिले को 980 कृषिपंप का लक्ष्य, 670 किसानों ने लिया सौर कृषि योजना का लाभ

    Loading

    वर्धा. किसानों को सिंचाई के लिए दिन में उपलब्ध करने मुख्यमंत्री सौर कृषिपंप योजना को गति दी गई है. अबतक जिले के 670 किसानों ने इस योजना का लाभ लिया है. इन किसानों के पास तीन, पांच व 7.5 अश्वशक्ति का सौर कृषिपंप कार्यान्वित किया गया है. इन सभी किसानों को दिन में निरंतर बिजली आपूर्ति उपलब्ध हुई है. साथ ही बिजली बिल से भी मुक्ति मिली है.

    राज्य में कृषिपंप के नए कनेक्शन हेतु स्वतंत्र कृषिपंप कनेक्शन नीति चलाई जा रही है. जिसमें प्रमुख रूप से कृषिपंप को दिन में बिजली आपूर्ति करने सौर कृषिपंप योजना का समावेश है. यह योजना अधिक गति से चलाने अधिकारियों को सूचना दी गई है.

    अतिदुर्गम को पहली प्राथमकिता

    पारंपरिक पद्धति से कृषिपंप का बिजली कनेक्शन न होनेवाले तथा महावितरण की ओर बिजली कनेक्शन हेतु पैसे भरकर प्रलंबित होनेवाले कृषिपंप को सौरऊर्जा द्वारा दिन में बिजली आपूर्ति उपलब्ध करने मुख्यमंत्री सौर कृषिपंप योजना से पारेषण विरहित नए बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं. साथ ही अतिदुर्गम व आदिवासी विभाग के किसानों को प्राथमिकता दी गई है. उसके लिए सौर कृषिपंप के आधारभूत कीमत में से सर्वसामान्य गुट के लिए 10 फीसदी तथा अनुसूचित जाति, जनजाति समूह के किसानों के लिए पांच फीसदी लाभार्थी हिस्सा है. मुख्यमंत्री सौर कृषिपंप योजना के अंतर्गत जिले में 980 सौर कृषिपंप आस्थापित करने का लक्ष्य है. जिसके लिए अबतक आवेदन करनेवालों को आपूर्ति की गई है. 

    कुछ आवेदन हुए नामंजूर

    आवश्यक दस्तावेज का अभाव, स्थल जांच के बाद कृषिपंप का बिजली कनेक्शन मिलना, जलस्रोत नहीं होना, कुएं व बोरवेल 60 मीटर से अधिक गहरा होना तथा डिमांड नोट देने के बाद भी लाभार्थी हिस्सा न भरने से कुछ आवेदन नामंजूर किए गए हैं.

    देखभाल का खर्च शून्य

    बिजली यंत्रणा का जाल नही होने से व पारेषणविरहित होने से कृषिपंप द्वारा किसानों को सिंचाई हेतु दिन में बिजली आपूर्ति उपलब्ध हुई है. इसके साथ ही किसानों को बिजली बिल से भी मुक्ति मिली है. आस्थापित किए गए सौर कृषिपंप हेतु पांच वर्ष व पैनेल के लिए 10 वर्ष की गारंटी अवधि है.