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  • हक्काबक्का रह गए परिजन

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वर्धा. अंतिम संस्कार की संपूर्ण तैयारी हो चुकी थी. सभी परिजन अंतिम दर्शन लेने घर पहुंचे. श्मशानभूमि में भी लकड़िया पहुंच चुकी थी. इसी बीच अचानक मृतक पानी पीने लगा. यह बात ध्यान में आते ही परिजन व ग्रामीण हक्काबक्का रह गए. यह अजीबोगरीब मामला देवली तहसील के टाकली (खोडे) में सामने आया. इसकी खबर पूरे जिले में फैलने से दिनभर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थी.

शरीर हुआ सुन्न, परिजनों को लगा मृत्यु हुई

देवली तहसील के टाकली (खोडे) निवासी 65 वर्षीय व्यक्ति की अचानक तबियत बिगड़ गई़   शुक्रवार की दोपहर परिजनों ने उन्हें सावंगी के आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल में उपचारार्थ दाखिल करवाया़ करीब चौबीस घंटे तक  इलाज हुआ. परंतु  हालत काफी गंभीर होने से उसने प्रतिसाद देना बंद कर दिया. इस पर चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि, मरीज को आप घर ले जा सकते हो. बात सुनकर परिजन रविवार की सुबह मरीज को लेकर गांव पहुंचे. व्यक्ति का शरीर सुन्न पड़ गया था. परिजनों को लगा की उनकी मृत्यु हो गई. यह खबर गांव में फैल गई.

हुई थी अंतिम संस्कार की तैयारी

दूरदराज के सभी परिजनों को इसकी सूचना मिलते ही वें भी अंतिम दर्शन के लिए टाकली (खोडे) में पहुंचे. घर के सामने भीड़ इकट्ठा होने लगी. अंतिम संस्कार की सभी तैयारियां पूर्ण हुई़ संपूर्ण सामग्री कर पहुंच गई थी. श्मशानभूमि में भी कुछ लोगों ने पहुंच कर लकड़ियां इकट्ठा कर ली थी. मृतक के अमरावती निवासी बड़े भाई की राह सभी देख रहे थे. 10 बजे के करीब बड़े भाई गांव पहुंचे. शव के अंतिम दर्शन लेते हुए उसे चम्मच से पानी पिलाने लगे़ तभी मृत पड़ा भाई उनके हाथ से पानी पीने लगा. उसके शरीर में भी हरकत दिखाई दी. यह बात ध्यान में आते ही उपस्थितों में खलबली मच गई. यह कैसा चमत्कार हुआ, ऐसा कहकर सभी हक्काबक्का रह गए.

मृत व्यक्ति में अचानक जान कैसे आई, यह चर्चा गांव व  जिले में फैल गई. व्यक्ति जीवित होने की बात पता चलते ही परिजनों ने राहत की सांस ली. इस घटना को कोई दैवी चमत्कार बता रहा तो कोई इसे अनजाने में हुई लापरवाही कह रहा है. दिनभर इस घटना को लेकर जिले में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थी.