वर्धा. पेट्रोल, डीजेल, रसोई गैस सिलेंडर सहित अन्य वस्तुओं का मूल्य दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है़ इस डायन महंगाई का विरोध जताने अखिल भारतीय जनवादी महिला संगठन ने अनोखा आंदोलन किया़ जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में चूल्हा जलाकर भोजन पकाया़ केंद्र सरकार का निषेध जताते हुए प्रधानमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन भेजा गया़ पिछले कुछ वर्षों में महंगाई काफी बढ़ती जा रही है़ 2014 को रसोई गैस सिलेंडर का दाम 430 रुपए था, जो आज 900 रु़ प्रति सिलेंडर तक पहुंच गया है़ प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला गैस योजना के नाम पर कनेक्शनधारक महिलाओं को गैस सिगड़ियों का वितरण किया़ परंतु सिलेंडर के लिए इतना रुपया गरीब वर्ग की महिलाएं कहा से लाएगी, इसलिए गांव व शहर की महिलाएं फिर से चूल्हे पर भोजन पकाने के लिए मजबूर हो गई है.
सरकार के प्रति बढ़ता जा रहा है असंतोष का माहौल
सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी भी बंद कर दी गई है. इसके अलावा पेट्रोल, डीजल का मूल्य पिछले दो माह में काफी बढ़ा दी. इससे आमजनों की कमर आर्थिक रूप से टूट रही है़ ट्रान्सपोर्ट सहित सभी वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई है़ 2014 के चुनाव के पहले मोदी सरकार ने 40 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल-डीजल देने का आश्वासन दिया था़ सत्ता में आने के बाद मूल्य कम करने की बजाए बढ़ाया जा रहा है़ शक्कर, खाद्यतेल, दाल सहित अन्य पदार्थों की कीमतें बढ़ने से गृहिणियों का बजट गड़बड़ा गया है़ बढ़ती महंगाई से सरकार के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है.
नहीं मिल रही नौकरियां, केंद्र का आश्वासन खोखला
महंगाई के साथ-साथ बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है़ सुशिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन केंद्र सरकार ने दिया था़ इसका क्या हुआ? केंद्र व राज्य सरकार में नौकरभर्ती नहीं हो रही है. हर घर में उच्च शिक्षित युवक व युवतियां है़ इन सबको कब नौकरी मिलेगी, यह सवाल आंदोलनकारी महिलाओं ने पूछा.
पकाया गया भोजन, खिलाफ में की नारेबाजी
जनवादी महिला संगठन की महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में चूल्हा जलाकर भोजन पकाया़ जोरदार नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार का तीव्र शब्दो में निषेध जताया़ इस अनोखे आंदोलन ने सभी का ध्यान खींचा़ पश्चात संगठन की अध्यक्षा प्रतीक्षा हाडके, सचिव दुर्गा काकडे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के जरिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन भेजा.