वाशिम. कोरोना संक्रमण के संकट पर सावधानी का उपाय करके कारागृह के साधारण अपराध में सजा काट रहे, कैदियों को कुछ अवधि के लिए घर छोड़ने का निर्णय सरकार ने लिया है़ इसके अनुसार स्थानीय जिला कारागृह में विविध अपराधों में सजा काट रहे, 200 में से 179 कैदियों की रिहाई के लिए आवेदन न्यायालय में प्रस्तुत किए गए है़ इन में से दो कमजोर कैदियों को रिहा किया गया तो अन्य 177 कैदियों के प्रस्ताव प्रलंबित होने की जानकारी मिली है़.
कोरोना संक्रमण का संकट दिन ब दिन गंभीर हो रहा है़ इस पर कारागृह में सजा काट रहे कैदियों की सुरक्षा का मुद्दा सामने आया है़ यहां के कारागृह में अभी 200 कैदी विविध अपराधों के तहत सजा काट रहे है़ इन में से 30 कैदी साधारण स्वरुप में तैयार किए स्वतंत्र कारागृह में रखे गए है़ तो बाकी 170 कैदी कारागृह में बंदी है़.
नए से दाखिल होनेवाले कैदियों को प्रारंभ में 14 दिन तक अस्थायी कारागृह में रखा जाता है़ उनकी नियमित कुछ दिनों के आड़ से कोरोना टेस्टिंग की जाती है़ रिपोर्ट निगेटिव आनेवाले कैदियों को मुख्य कारागृह में भेजा जाता है़ यहा पर भी 14 दिन तक अन्य कैदियों से अलग रखा जाता है़.
28 दिन के बाद कोरोना टेस्टिंग रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनको अन्य कैदियों के साथ रखा जाता है़ टेस्टिंग की रिपोर्ट पाजिटिव आया तो इन कैदियों को सरकार की अधिकृत कोविड सेंटर में उपचार के लिए भेजा जाता है़ आवश्यक कैदियों को सरकारी अस्पताल में उपचारार्थ रखा जाता है़