अमरावती विश्वविद्यालय का उप केंद्र वाशिम में ही होना चाहिए!

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    • विद्या भारती ने शिक्षा मंत्री सामंत को दिया निवेदन 

    वाशिम. महाराष्ट्र राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत यह जिले के कारंजा दौरे पर आने के दौरान एक चर्चा बैठक में सांसद भावना गवली ने जिले के चयनिज संस्था चालकों को आमंत्रित करके मंत्री महोदय से संवाद आयोजित किया था़. इस संवाद सभा में यहां के विद्याभारती संस्था के अध्यक्ष प्रा.दिलीप जोशी उपस्थित थे़.

    इस अवसर पर अमरावती विश्वविद्यालय का उप केंद्र वाशिम में ही होना चाहिए इस बारे में विस्तृत चर्चा की गई़  सभा के दौरान उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने अमरावती विश्वविद्यालय के कुलसचिव से सभी के सामने इस विषय पर बात कर के इस बारे में शीघ्र होनेवाली बैठक में चर्चा करने की सूचना की. जिस से अब विगत अनेक वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़े विश्वविद्यालय के उप केंद्र का मुद्दा सामने आकर कुछ सकारात्मक कदम उठाए जाने का विश्वास बैठक में उपस्थितों ने व्यक्त किया़.

    इस के अलावा जहां पर उच्च शिक्षा की सुविधा नहीं हैं, ऐसे स्थानों पर कुछ ग्रामीण भागों में 12 को ही उच्च शिक्षा से जोड़ने पर उन भागों के कनिष्ठ महाविद्यालयों की असुविधा टाली जा सकेगी़  ऐसा सुझाव देने पर इस पर भी मंत्री महोदय ने सकारात्मकता दर्शायी. इस के अलावा 6,100  शिक्षक और करीब 3,700 प्राध्यापकों की भर्ती के लिए सरकार ठोस कदम उठाएगी यह भी मंत्री महोदय ने स्पष्ट किया.

    शिक्षक व विद्यार्थी प्रत्यक्ष संवाद अत्यावश्यक

    ऑनलाइन शिक्षा यह एक पर्याय अच्छा रहा फिर भी प्रत्यक्ष आदानप्रदान महत्वपूर्ण होकर इसके लिए शिक्षक व विद्यार्थी संवाद आवश्यक होना चाहिए़  यह विचार मंत्री महोदय ने इस अवसर पर व्यक्त किया. डा़ माशेलकर समिति की रिपोर्ट नुसार उच्च शिक्षा में सेमिस्टर पद्धति योग्य होने की भी बात उन्होंने इस अवसर पर बताई. राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत अभ्यासु, स्पष्ट, रोखठोक और समय पर निर्णय देने वाले होने से उनके हाथों से उप क्रेंद्र की समस्या हल होगी़  यह उम्मीद अब सभी कर रहे हैं.

    इस बीच सांसद भावना गवली ने भी यह मुद्दा उठाया था़  उदय सामंत को अपने जिले में आमंत्रित करके जिले की अनेक शैक्षिक समस्याओं को न्याय देने का प्रयास किया़  इस अवसर पर आयोजित चर्चा सत्र में जिले के संस्थाचालक, प्राचार्य, प्राध्यापक शामिल हुए थे.