वाशिंगटन. पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है। अमेरिका कोरोना संक्रमण के चलते सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुरू से ही कोरोना वायरस संक्रमण के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते आये हैं। उनका मानना है की चीन की लापरवाही के चलते ही कोरोना का प्रसार पूरी दुनिया में फ़ैल चूका है। चीन ने दुनिया को वायरस की सही जानकारी नहीं दी जिसकी वजह से लाखों लोग मारे जा रहे हैं। अमेरिका में कोरोना संक्रमित मृतकों की संख्या एक लाख के पर पहुंच चुकी है जबकि बीते एक हफ्ते से हर दिन संक्रमण के 40 हज़ार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। ट्रंप अमेरिका में बिगड़ते हालातों को देखते हुए चीन को चेतावनी दी है कि उनका चीन के प्रति गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। जिसका परिणाम चीन को भुगतना पड़ सकता है।
As I watch the Pandemic spread its ugly face all across the world, including the tremendous damage it has done to the USA, I become more and more angry at China. People can see it, and I can feel it!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 30, 2020
कोरोना वायरस महामारी ने तनाव और बढ़ा दिया है जिससे दोनों देशों के बिच ट्रेड वॉर जारी है। व्हाइट हाउस भी इस बात की पुष्टि कर चुका है कि ट्रंप चीन को ही कोरोना संक्रमण फैलने का जिम्मेदार मानते हैं। ट्रंप का दावा है कि उसने पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि वायरस को वुहान की एक लैब में बनाया गया था। इसके अलावा चीन ने वायरस के इंसानों से इंसानों में फैलने की जानकारी को लगातार दबाए रखा और जिससे बाकी देशों ने एहतियातन कदम उठाने में देर की और संक्रमण पूरी दुनिया में फ़ैल गया। इसपर ट्रंप ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा कि “जैसे-जैसे मैं पूरी दुनिया में महामारी का विकराल रूप फैलते देख रहा हूं जिसमें अमेरिका को महामारी से हुई भारी क्षति भी शामिल है, वैसे-वैसे चीन के खिलाफ मेरा गुस्सा बढ़ता जाता है।”
डॉक्टर फॉसी की चेतावनी
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिजीज के प्रमुख और कोरोन एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फॉसी ने चेताया है कि यदि अमेरिका में कोरोना के बिगड़ते हालत को नहीं रोका गया तो नई तबाही फ़ैल सकती है। लोगों को प्रमुख रूप से मास्क पहनना ही होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से करना पड़ेगा। यदि हमने एहतियात नहीं बरती तो तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि आने वाले समय में अमरीका में हर रोज़ एक लाख से अधिक मामले आएंगे।