भारत का साथ देंगे ट्रंप कोई गारंटी नहीं : पूर्व सुरक्षा सलहाकार

Loading

वाशिंग्टन. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को लेकर बड़ा बयान दिया हैं। बोल्टन ने एक टेलीविजन चैनल से इंटरव्यू में कहा अगर भारत चीन में तनाव बढ़ा तो कोई गारंटी नहीं कि डोनाल्ड ट्रंप भारत के समर्थन में आगे आएंगे। उन्होंने कहा चीन दायरे में आने वाले देशों  से आक्रामक व्यवहार कर रहा है। पूर्वी और दक्षिण चीन सागर में भी तथा जापान, भारत और अन्य देशों के साथ उसके संबंध खराब हुए हैं। बता दें बोल्टन ट्रंप प्रशासन में अप्रैल 2018 से सितंबर 2019 तक अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहार थे। 

बोल्टन से सवाल किये जाने पर कि ट्रंप चीन के खिलाफ भारत का किस हद तक समर्थन करने के लिए तैयार हैं? उन्होंने कहा ‘भारत और चीन के बीच  तनावपूर्ण  स्थिति बनने पर मुझे नहीं पता ट्रंप क्या निर्णय लेंगे। ट्रंप को भारत-चीन सीमा विवाद के इतिहास की कोई जानकारी नहीं। अगर वह सत्ता में लौटे तो उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार और हंग-कॉन्ग को लेकर चीन का विरोध नहीं करेंगे। मुझे लगता है कि वह चीन के साथ भू-रणनीतिक संबंध देखते हैं, विशेष रूप से व्यापार के चश्मे से।’ इसके उलट चीन से बड़ी ट्रेंड डील करेंगे।  

बोल्टन ने कहा मेरा मानना है कि यह चीन का न केवल राजनीतिक और सैन्य तरीकों से बल्कि ‘वन बेल्ट, वन रोड’ पहल एवं अन्य तरीकों के जरिए अपना दबदबा कायम करने का प्रयास है ताकि वह अन्य देशों को अपने दबदबे में ले सके और वे देश उस पर आर्थिक तौर पर निर्भर हो जाएं।’

ट्रंप नहीं चाहेंगे चुनाव में रुकावट 

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वह अगले चार महीनों के दौरान ऐसी सभी चीजों से परहेज करेंगे जो उनके चुनाव को और जटिल बनाए। पहले से ही उनके लिए यह एक मुश्किल चुनाव है। इसलिए वह (ट्रंप) यह चाहेंगे कि सीमा पर शांति हो, चाहे इससे चीन को लाभ हो या भारत को।