वाशिंगटन: अमेरिका (America) की खुफिया एजेंसी (Intelligence Agency) सीआईए (CIA) के लिये ईरान (Iran) में जासूसी (Spying) करने के आरोपी पूर्व नौसैनिक आमिर हिकमती को अमेरिकी सरकार के कोष से मुआवजे के तौर पर दो करोड़ डॉलर हासिल करने योग्य घोषित किया गया है। अमेरिका ने साल 2016 में कूटनीतिक समझौते के तहत हिकमती को ईरान की जेल से रिहा करा लिया था।
अदालत में हाल ही में दाखिल किये गए दस्तावेजों के अनुसार, एफबीआई ने संदेह जताया था कि हिकमती अपनी दादी से मिलने नहीं बल्कि गोपनीय जानकारी बेचने ईरान गए थे। हिकमती ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पुरजोर विरोध किया। उनपर कभी आपराधिक मुकदमा नहीं चलाया गया। हिकमती ने विशेष न्यायाधीश के इस निष्कर्ष को चुनौती दी कि उन्होंने ईरान की अपनी यात्रा को लेकर झूठ बोला था, लिहाजा वह मुआवजा मांगने के हकदार नहीं है।
हिकमती ने इस फैसले को चुनौती दी, जिसके बाद उन्हें 2 करोड़ अमेरिकी डॉलर मुआवजे को तौर पर हासिल करने के योग्य घोषित किया गया है। हिकमती को साल 2011 में ईरान में गिरफ्तार किया गया था।