legrad

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    जग्रेब. क्या कभी सुना है कि, कोई घर कोडियों के भाव बिक रहा है। जी हाँ जनाब दरअसल ख़बरों की मानें तो क्रोएशिया (Croatia) के उत्तरी इलाके के एक शहर लेग्राड (Legrad) में प्रशासन के सामने अब एक अजीबोगरीब समस्या खड़ी हुई है। यहाँ ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी बेहद कम होने के चलते लोग अपने घरों को ही छोड़कर जा रहे हैं। यहाँ लोग घरों को महज एक कुना या 12 रुपये में भी बेचने को मजबूर हैं।

    क्यों घाट रही यहाँ जनसंख्या?

    दरअसल रॉयटर्स में छपी एक रिपोर्ट की मानें टी, लेग्राड शहर क्रोएशिया की दूसरी ऐसी जगह थी, जहां प-अहले इस देश की सबसे ज्यादा जनसंख्या रहती थी। लेकिन अब करीब करीब 100 साल पहले ऑस्ट्रो और हंगरियन साम्राज्य (Austro-Hungarian Empire) के विघटन के बाद से यहां जनसंख्या लगातार कम होती जा रही है। इस मुद्दे पर लेग्राड के मेयर इवान साबोलिक ने बताया कि, “जब से हमारा शहर एक सीमावर्ती शहर बना है तब से यहां की जनसंख्या लगातार कमही होती जा रहीहै। लेग्राड शहर की सीमा फिलहाल हंगरी से जुड़ी हुई है।”

    कैसा है लेग्राड शहर का नजारा :

    गौरतलब है कि लेग्राड शहर एक बेहतरीन हरियाली वाला शहर है। यहां चारों ओर सुन्दर जंगल है। इस शहर में फिलहाल 2,250 लोग रहते हैं। करीब 70 साल पहले लेग्राड शहर में आज के मुकाबले दोगुने लोग रहते थे। इधर यहाँ के मेयर ने यह भी बताया कि हाल ही में कुछ दिन पहले 19 घर एक साथ खाली किए गए थे। इन घरों कीमत जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां एक घर कीमत महज 1 कुना या 12 रुपये ही है। इनमें से 17 घर तो अब तक बिक चुके हैं।

    म्युनिसिपालिटी कर रही मदद :

    इसके साथ ही उन्होंने आगे बताया कि कि इनमें से कुछ घर फिलहाल टूटे हुए हैं। अगर कोई यहां मकान खरीदना चाहता है तो घर की मरम्मत करने के लिए म्युनिसिपालिटी भी उसकी मदद करेगी। अगर कोई भी यहां आकर रहना चाहता है तो उसे कम से कम 15 साल का यहां रुकने का एग्रीमेंट भी उसे करना होगा। तो चलते हैं लेग्राड और लेते हैं, क्रोएशिया की गौरवशाली जिंदगी का मजा।