Pakistan to hold meetings with neighboring countries of Afghanistan including China and Iran
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इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) ने पैंगंबर साहब पर कार्टून (Prophet Mohammed cartoons) के प्रकाशन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के बयान पर तीखा विरोध दर्ज कराने के लिए सोमवार को फ्रांसीसी राजदूत मार्क बरेती को तलब किया। वहीं देश की संसद ने सरकार से पेरिस से अपना दूत वापस बुलाने की मांग की। विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यह रेखांकित किया गया कि इस तरह के गैरकानूनी और इस्लाम विरोधी कृत्य पाकिस्तान सहित दुनिया भर में मुसलमानों की भावनाओं को आहत करते हैं।

इस तरह के कदम को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर उचित नहीं ठहराया जा सकता है। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान ने दोहराया कि सार्वजनिक भावनाओं या धार्मिक आस्थाओं को आहत करने और धार्मिक-द्वेष, कटुता और टकराव को हवा देने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। इसके कुछ घंटे बाद विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) ने नेशनल असेंबली में एक प्रस्ताव रखा जिसमें फ्रांस में कार्टून के प्रकाशन और कुछ देशों में “इस्लाम के खिलाफ कृत्यों की निंदा की गयी। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया। (एजेंसी)