वाशिंगटन: अमेरिका (America) के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) भारत (India) के साथ तीसरी 2+2 मंत्री स्तरीय बैठक (2+2 Ministerial Talks) के लिए रविवार को नई दिल्ली (New Delhi) के लिए रवाना हो गए। बैठक मंगलवार को नई दिल्ली में होगी जिस दौरान दोनों पक्षों के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने की उम्मीद है।
चीन (China) के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश के दौरान इसके मायने काफी बढ़ गए हैं। अमेरिका में तीन नवम्बर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले यह बैठक खास मानी जा रही है।
पोम्पिओ ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘ भारत, श्रीलंका, मालदीव और इंडोनेशिया की अपनी यात्रा के लिए रवाना हो गया हूं। हिंद-प्रशांत को स्वतंत्र एवं मुक्त, मजबूत तथा समृद्ध बनाने के साझा दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए हमारे भागीदारों के साथ जुड़ने का अवसर पाकर आभारी हूं।”
Wheels up for my trip to India, Sri Lanka, Maldives, and Indonesia. Grateful for the opportunity to connect with our partners to promote a shared vision for a free and open #IndoPacific composed of independent, strong, and prosperous nations. pic.twitter.com/IoaJvtsHZC
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) October 25, 2020
पोम्पिओ के साथ रक्षा मंत्री मार्क एस्पर भी भारत जा रहे हैं। अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ अपने भारतीय समकक्षों क्रमश: राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) तथा एस. जयशंकर (S. Jaishankar) के साथ 2+2 मंत्रीस्तरीय बैठक करेंगे।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ जारी विवाद और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते चीनी सैन्य दबदबे के बीच यह उच्च स्तरीय वार्ता हो रही है। दोनों ही मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। चीन के बढ़ते सैन्य युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि में भारत, अमेरिका और कई अन्य विश्व शक्तियां स्वतंत्र, मुक्त तथा सम्पन्न हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।