मुंबई: अंतरिक्ष (Space) के सबसे बड़े क्षुद्र ग्रह सेरेस (Largest Asteroid Ceres) में पानी के एक बड़े भंडार का पता चला है। बृहस्पति और मंगल के बीच क्षुद्रग्रह ने लंबे समय से वैज्ञानिकों (Scientists) की खोज चल रही है। लेकिन इस डेवेलपमेंट के बाद वैज्ञानिक यह मान रहे हैं कि अब अंतरिक्ष में भी जीवन संभव हो सकता है। क्षुद्रग्रह बेल्ट में सबसे बड़े, सेरेस को मूल रूप से एक अंतरिक्ष चट्टान माना जाता रहा है और इसके अस्पष्ट चमकदार धब्बों ने वैज्ञानिकों को अधिक तलाश में अब तक रखा हुआ है।
रिसर्चर्स को अब इसमें मौजूद विशाल जलाशय का पता चला है। ये जलाशय सेरेस क्षुद्र ग्रह के ऊपरी सतह से लगभग 40 किलोमीटर नीचे है और सैकड़ों किलोमीटर में फैले है बताया जा रहा है कि इसे वैज्ञानिक एक महासागरीय दुनिया भी कह रहे हैं। इंटरनैशनल अंतरिक्ष संस्था नासा (NASA) के द्वारा दिए गए आंकड़ों के आधार पर किया गया है। आंकड़ों के आधार पर एक शोध पत्र जारी हुआ है जो नेचर एस्ट्रोनॉमी, नेचर जियोसाइंस और नेचर कम्युनिकेशंस नामक विज्ञान पत्रिकाओं में प्रकाशित हुआ है। कहा जा रहा है कि सेरेस क्षुद्र ग्रह में नमकीन पानी का एक बड़ा जलाशय है जो अभी पूरी तरह से बर्फ से जमा हुआ है।
बता दें कि डॉन मिशन के अंत से ठीक पहले, सेरेस पर चमकीले धब्बों के उच्च रिज़ॉल्यूशन डेटा से पता चला यहां पानी मौजूद है। सेरेस को अब एक ऐसा ग्रह कहा जा रहा है जिसमें एक समुद्री दुनिया मौजूद है और अंतरिक्ष में भी जीवन संभव हो सकता है .