नयी दिल्ली: गुरुवार को गाजा पट्टी (Gaza) में एक शरणार्थी शिविर (Refugee Camp) में एक इमारत में भीषण आग लगने से सात बच्चों सहित कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। बीबीसी ने इस घटना की जानकारी दी है।
गाजा के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि आग उत्तरी गाजा में घनी आबादी वाले जबालिया (Jabaliya Refugee Camp) शरणार्थी शिविर में लगी। चार मंजिला रिहायशी इमारत की सबसे ऊपरी मंजिल में लगी भीषण आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों को एक घंटे से ज्यादा का समय लग गया।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, इमारत के अंदर बड़ी मात्रा में पेट्रोल जमा था, जिस वजह से आग और भड़क गई। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि इमारत में मौजूद सभी लोग मारे गए। जलती हुई इमारत के बाहर लोगों को चीखते-चिल्लाते देखा गया, जबकि पीड़ितों के परिजन सड़कों पर रोते और प्रार्थना करते देखे गए।एक चश्मदीद ने बीबीसी को बताया कि, इमारत में जलती महिलाओं और बच्चों को बचाने की संभावना कम है।
#Gaza 💔😢🇵🇸 #Palestine
Pray for Gaza !
Twenty one Palestinians, including seven children, have died after a huge fire broke out at a residential building in Jabalia city, north of Gaza in Palestine and the fire still until now#غزة #حريق #جباليا #حريق_غزة #فلسطين#FreePalestine pic.twitter.com/iexft82ZXU— Islam Essa🇵🇸#Gaza🙋♀️👑 (@IslamEssa_Gaza) November 17, 2022
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने इसे राष्ट्रीय त्रासदी बताया और पीड़ितों के लिए एक दिन के शोक की घोषणा की।जाबलिया गाजा में आठ शरणार्थी शिविरों में से एक है, जहां 2.3 मिलियन लोग रहते हैं और दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में रहने वाले कई परिवार गैसोलीन और डीजल से लेकर बिजली जनरेटर तक का भंडारण करते हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में केवल एक बिजली स्टेशन है और दिन में केवल आठ घंटे बिजली है।