नई दिल्ली: बांग्लादेश (Bangladesh) की राजधानी ढाका (Dhaka) के एक मंदिर (Temple) को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया है। बांग्लादेश इस्कॉन मंदिर की घटना पर कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बताया कि, बांग्लादेश सरकार ने 10-12 पुलिस ने मंदिर परिसरों में भेजा है।
एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, हम कह रहे हैं कि कब तक पुलिस को रखकर हम पूजा करेंगे। ये पहली बार नहीं हुआ है 2015 में भी ऐसी ही घटना घटी थी जो भी हो रहा है बेहद गलत है। वहीं मंदिर पर हमले के बाद ढाका के इस्कॉन मंदिर के चिकित्सा प्रभारी, रसमणि केशवदास ने कहा है कि, ‘हमें अभी तक धमकी मिल रही है। पहले हमें पुलिस संरक्षण अच्छा नहीं मिला था बाद में उच्चतर प्राधिकारी को बोला गया तब हमें अभी थोड़ा पुलिस संरक्षण मिला है, अब 10 पुलिस यहां लगातार रह रहे हैं।
We were given a little security after making a Police complaint. Right now, 10 Police personnel are deployed here. We are still scared, though. Through you, we request your Government to help us. Our PM is also trying to help us. We request both PMs to help us: Rasmani Keshavdas pic.twitter.com/SNiYR5Di3V
— ANI (@ANI) March 19, 2022
उन्होंने कहा, हमें मंदिर छोड़ने की धमकी मिली और बीती रात 500-600 लोगों ने मंदिर पर हमला किया। पुलिस उनको समर्थन कर रही है वो हमारी बात नहीं सुन रही। हमने केस दर्ज कराया लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश में मौजूद मंदिर में हुई तोड़फोड़ को लेकर घटना के पीछे ज़मीन से जुड़ा विवाद बताया जा रहा है।
Bangladesh govt has posted 12 policemen in front of our temple… Govt of India has already directed the Indian Embassy to take up this matter with Bangladesh govt: Radharamn Das, Vice-President ISKCON Kolkata on the attack on ISKCON Radhakanta Jeev temple in Bangladesh’s Dhaka pic.twitter.com/0Dpjlw3b34
— ANI (@ANI) March 19, 2022
स्थानीय धार्मिक संगठनों ने इस हमले का विरोध किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने कहा है कि, मंदिर की पुरानी दीवारें तब ढह गईं जब जमीन के मालिकाना हक वाला एक पक्ष कुछ मरम्मत का काम करवा रहा था।