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    नई दिल्ली. जहां बीते साल चीन (China) में कोरोना वायरस (Corona Pandemic) से निपटने के लिए लगाई गईं पाबंदियों, रियल एस्टेट मंदी के कारण अब उनके यहां आर्थिक विकास दर 3% तक निचे गिर गई है। जी हां, कोरोना की मार झेल रहे चीन को अपनी नीतियों से खासा नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे में अब एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, चीन में बीते साल जटिल कोरोना पाबंदियों, रियल एस्टेट मंदी के चलते वहां आर्थिक विकास में 3% गिरावट दिखी है।

    हालांकि अब पाबंदियां हटाने के बाद से धीरे-धीरे इसमें सुधार भी होता दिख रहा है। चीन के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में वृद्धि एक साल में 2.9% तक गिरी।  

    ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि पाबंदियां हटने के बाद से धीरे-धीरे शॉपिंग मॉल और रेस्तरां में लोगों की मौजूदगी बढ़ रही है। वहीं सरकार के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि संक्रमण की मौजूदा लहर गुजर चुकी है। गौरतलब है कि पिछले साल की आर्थिक विकास दर 2021 की 8.1 % से आधे से भी कम थी।

    कोरोना से बुरी तरह टुटा चीन 

    जानकारी दें कि, बीते 8 जनवरी से चीन ने विदेशी यात्रियों के लिए क्वारंटीन को खत्म कर दिया है। इसके साथ चीन यात्रा और व्यापार के लिए अपने हवाई अड्डों और बंदरगाहों को भी पूरी तरह से खोल दिया है। फिलहाल चीन ओमीक्रॉन स्वरूप के कारण कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि से भी जूझ रहा है। 

    लेकिन इसके उलट चीनी अधिकारियों का तर्क है कि ओमीक्रोन स्वरूप डेल्टा स्वरूप जितना घातक नहीं है, जिसके कारण पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं। इसकी आबादी का एक बड़ा हिस्सा भी फिलहाल संक्रमित हो चुका है।

    वहीं चीन ने बीते शनिवार को बताया कि देश के अस्पतालों में पिछले 30 दिनों में लगभग 60 हजार लोगों की मौत हुई है। चीन का यह कदम दरअसल WHO द्वारा की जा रही उन आलोचनाओं के बाद आया है कि चीन महामारी की गंभीर स्थिति से संबंधित खबरों को दबा रहा है।