प्रतीकात्मक तस्वीर
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    दुबई: आज के समय में ऐसे बहुत से देश हैं जो पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection) की दिशा में काम कर रहे हैं। ऐसे में दुबई (Dubai) ने कमाल कर दिखाया है। इस देश ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिसकी हर तरफ वाहवाही हो रही है। आज के समय में दुबई सरकार (Dubai Government) दुनिया में पहली ऐसी सरकार बन गई है जो पूरी तरह पेपरलेस (Paperless Dubai) हो गई है। यानी कि अब दुबई में कोई भी काम कागज पर नहीं किया जाएगा। 

    पेपरलेस हुआ दुबई 

    दुबई के सभी 45 सरकारी ऑफिस ने अब सारा काम पूरी तरह से डिजिटल हो गया है। क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम (Mohammed Bin Rashid Al Maktoum) ने ये ऐलान करते हुए बताया है कि सरकार के इस कदम से करोड़ों अमेरिकी डॉलर और श्रम-घंटों की बचत होगी। जिससे देश को काफी फायदा होगा, साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा। 

    पेपरलेस होने से बड़े फायदे 

    मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुबई में पेपरलेस गवर्नेंस की वजह से साल में 33।6 करोड़ पेपरशीट की बचत होगी। साथ ही, दुबई सरकार इस पहल के बाद से हर साल करीब 2700 करोड़ रुपए बचा पाएगी। वहीं इस फैसले से लगभग 14 लाख मानव श्रम घंटों की भी बचत की जा सकेगी। बता दें कि, दुबई में सरकारी कामकाज को पेपरलेस बनाने की शुरुआत 2018 में ही हुई थी। जिसके बाद 2021 में यह मिशन पूरा हुआ और अब दुबई सरकार पूरी तरह पेपरलेस हो गई है। 

    नए युग की शुरुआत  

    क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम के मुताबिक दुबई के लिए यह नए युग की शुरुआत है। जहां अब पूरी तरह सारा काम डिजिटली होगा। उन्होंने आगे कहा कि सरकार अगले पांच दशकों में दुबई में डिजिटल जीवन बनाने और बढ़ाने के लिए उन्नत रणनीतियों को लागू करने की योजना बना रही है। हालांकि यूएस, यूके, यूरोप और कनाडा ने सरकारी काम को डिजिटाइज करने की कोशिश कर रही है, लेकिन साइबर हमले कि वजह उनके लिए यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है।