इस्लामाबाद, पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होती नही दिखाई दे रही हैं। इस्लामाबाद (Islamabad) से अब उनकी हत्या के साजिश की खबर आ रही है। कथित हत्या की यह अफवाह पाकिस्तान में आग तरह फैली है। इस्लामाबाद पुलिस विभाग ने हालात को देखते हुए शहर के बानी गाला से सटे इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर कर दिया है। पाकिस्तान के इस्लामाबाद में धारा 144 पहले से ही लगाई गई है, अब किसी भी सभा व जुलूस पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि, आज रविवार को इस्लामाबाद के रिहायशी इलाके बनी गाला में इमरान खान (Imran Khan) यहां शिरकत करने वाले हैं। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हो गई हैं।
गौरतलब इस्लामाबाद में धारा 144 लगाने के बाद इलाके में काफी डर का माहौल है। इस्लामाबाद पुलिस प्रवक्ता ने ट्वीट करके बताया कि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान की बानी गाला में संभावित यात्रा को देखते हुए इलाके में सुरक्षा बढ़ाई गई है। पूरे इलाके को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस मामले में पुलिस को इमरान खान की टीम की तरफ से उनके वापसी की कोई पक्की खबर नहीं प्राप्त हुई है। किसी भी अप्रिय घटना के घटित होने के पहले प्रशासन ने बानी गाला में विशेष सुरक्षा दल की तैनाती कर दी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इमरान खान के भतीजे हसन नियाजी ने कहा है कि अगर पीटीआई प्रमुख को कुछ होता है तो इसे पाकिस्तान पर हमला माना जाएगा। इसकी प्रतिक्रिया आक्रामक होगी। इमरान खान अप्रैल में जब प्रधानमंत्री थे, तब पीटीआई के नेता और मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि पीएम इमरान खान की हत्या की साजिश के बारे में सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है। जिसके बाद इमरान की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
विदित है में इमरान खान के सत्ता से बेदखल होते ही उनकी सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठ रहें हैं। पाकिस्तान की अखबार द नेशन के अनुसार सिर्फ 2 दिन पहले ही पीटीआई नेता शाहबाज गिल ने ट्वीट करके दावा किया था, कि इमरान खान की सुरक्षा में लगी इस्लामाबाद पुलिस के सभी जवानों को बीते गुरुवार की शाम को हटा दिया गया है। उन्होंने शहबाज शरीफ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि एक दोषी मरियम नवाज को प्रधानमंत्री स्तर की सुरक्षा दी गई है। लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री व पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान की सुरक्षा वापस ले ली गई है। आरोप लगाते हुए गिल ने कहा, यह सरकार की ओछी और सस्ती राजनीति है।