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    वाशिंगटन: ग्लोबल दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी के रेग्युलेटरी फाइलिंग में इस छंटनी की जानकारी दी है। यह दुनिया भर में काम कर रहे उसके कुल कर्मचारियों का पांच प्रतिशत है। कंपनी मौजूदा आर्थिक स्थितियों और उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं के कारण यह कदम उठा रही है।

    माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को शेयर बाजार को बताया कि उसने निकाले जाने वाले कर्मचारियों को सूचना दे दी है। इसमें से कुछ को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। कंपनी ने कहा कि वह अपने हार्डवेयर विभाग में भी बदलाव कर रही है और पट्टे पर लिए गए अपने कुछ कार्यालय परिसरों की संख्या कम करेगी। कंपनी के इन कदमों से लगभग 1.2 अरब डॉलर की बचत होगी।  

    ख़बरों के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट अपने हार्डवेयर पोर्टफोलियो में भी बदलाव करने वाला है। कंपनी अपने लीज्ड ऑफिस को कंसॉलिडेशन करेगा। जिसके चलते यह अंदाजा लगाया जा रहा जा रहा है कि, कंपनी अपने कई दफ्तरों को बंद करने की तैयारी में है। 

    माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने कहा छंटनी हमारे कुल वर्कफोर्स का  5 प्रतिशत से भी कम का प्रतिनिधित्व करती है, जिसमें से कुछ आज नोटिफाई हो रही है। नडेला ने कहा, हालांकि हम कुछ क्षेत्रों में भूमिकाओं को खत्म कर रहे हैं, लेकिन हम महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्रों में नियुक्तियां जारी रखेंगे। उन्होंने Artificial Intelligence में का उपयोग करते हुए नया कंप्यूटर प्लेटफॉर्म बनाने के महत्व पर जोर दिया। 

    इससे पहले भी, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने इस बात के संकेत दिए थे कि कंपनी के कामकाज में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सत्या नडेला ने कहा था कि, ग्लोबल चैलेंज के सामने माइक्रोसॉफ्ट अप्रभावित नहीं रह सकती है और आने वाले दो साल कंपनी के लिए शायद सबसे मुश्किल भरे सकते हैं।