नई दिल्ली. सुबह की बड़ी खबर के अनुसार, भारतीय मूल के ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पर पश्चिमी न्यूयॉर्क (Newyork) में बीते शुक्रवार जानलेवा हमला हुआ है। दरअसल न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस के मुताबिक सुबह 11 बजे चौटाउक्वा इंस्टीटयूशन में एक हमलावर तेजी से मंच पर दौड़ा और सलमान रुश्दी और इंटरव्यूअर पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। ख़बरों के अनुसार चाकू रुश्दी के गर्दन पर लगी और वह मंच पर ही गिर पड़े। वहीं इंटरव्यूअर के सिर पर भी इस हमले में हल्की चोट आई है।
#SalmanRushdie just attacked onstage at @chq @NBCNews @ABC @cnnbrk pic.twitter.com/I1XT6AmkhK
— Charles Savenor (@CharlieSavenor) August 12, 2022
कैसी है रुश्दी की हालत
इसके बाद रुश्दी को तुरंत ही एयर एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया है। हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी उम्र 25 साल के आसपास बताई जा रही है। हमले की असल वजह अभी भी सामने नहीं आई है। वहीं रॉयटर्स कि खबर के अनुसार लेखक सलमान रुश्दी के बुक एजेंट के अनुसार सलमान रुश्दी घंटों की सर्जरी के बाद वेंटिलेटर पर हैं, उनकी एक आंख खराब होने की भी अपार संभावना है।
Author Salman Rushdie is on a ventilator following hours of surgery after being stabbed in the neck and torso at a lecture. He will likely lose one eye, reports Reuters quoting his book agent. https://t.co/AnpC6r45pF
— ANI (@ANI) August 12, 2022
वहीं घटना पर व्हाइट हाउस अमेरिका के राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जेक सुलिवन ने कहा कि, सलमान रुश्दी पर हुआ हमला निंदनीय है। हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। साथ ही हम इतनी तेजी से मदद करने के लिए हमारे अच्छे नागरिकों के आभारी हैं।
The attack on #SalmanRushdie is appalling. We’re all praying for his speedy recovery. And we’re thankful to good citizens and first responders for helping him so swiftly: Jake Sullivan, White House National Security Advisor to the President of the US
(File photo) pic.twitter.com/Hl8j4FmsNB
— ANI (@ANI) August 13, 2022
जारी हुआ था फतवा
गौरतलब है कि, रुश्दी द्वारा मुस्लिम परम्पराओं पर लिखे उपन्यास ‘द सैटेनिक वर्सेस’ को लेकर हमेशा से ही विवादों में रहे। इसे लेकर ईरान के धार्मिक नेता अयातुल्ला रुहोल्ला खोमैनी ने 1989 में उनके खिलाफ एक फतवा जारी किया था। अब इस हमले को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालाँकि ईरान के एक डिप्लोमैट ने कहा- हमारा इस हमले से कोई भी लेना-देना नहीं है।