लंदन. पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। वहीं, दूसरी लंदन में भारतीय समुदाय के लोग खालिस्तानियों के खिलाफ एकजुट हो गए है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
लंदन में मंगलवार को भारतीय समुदाय के लोग खालिस्तानियों के खिलाफ और भारत की एकता के समर्थन में लंदन में ‘इंडिया हाउस’ के बाहर इकट्ठा हुए और “हम भारतीय उच्चायोग के साथ हैं” नामक प्रदर्शन का आह्वान किया। इस दौरान भारतीय समर्थकों के साथ एक ब्रिटिश पुलिसकर्मी भी डांस करता दिखाई दिया।
#WATCH | British policeman dances with Indian supporters outside the Indian High Commission in London.
Indians have gathered outside Indian High Commission to protest against the Khalistanis and in support of the Indian flag. pic.twitter.com/puQq5Y7kRZ
— ANI (@ANI) March 21, 2023
भारतीय उच्चायोग के परिसर में खालिस्तानी चरमपंथियों के हमले के मद्देनजर प्रवासी भारतीयों ने एकजुटता दिखाते हुए यह प्रदर्शन किया। ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने सोमवार शाम को इंडिया हाउस में प्रवासी भारतीयों की एक बैठक की मेजबानी की और इस हमले के बाद भारतीय समुदाय के नेताओं की चिंताओं का समाधान करने का प्रयास किया।
गौरतलब है कि खालिस्तानी झंडे लहराते और खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहराए गए तिरंगे को रविवार शाम उतारने का प्रयास किया था। घटना के बाद हिंसक उपद्रव के संबंध में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इसके बाद भारतीय उच्चायोग की इमारत पर एक अतिरिक्त तिरंगा लगाया गया है। भारतवंशियों के साथ इस बैठक के बाद भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, “रविवार को उच्चायोग पर हमले के बाद उनकी एकजुटता की सराहना करता हूं।”
ब्रिटेन के फ्रेंड्स ऑफ इंडिया सोसाइटी इंटरनेशनल (एफआईएसआई) नामक संगठन ने मंगलवार की बैठक के बाद कहा कि प्रवासी भारतीय चरमपंथी ताकतों द्वारा भारतीय ध्वज के अपमान के ‘‘घृणित कृत्य” से गहरे सदमे में हैं।
एफआईएसआई ने कहा, “भारतीय राजनयिक अधिकारियों को खतरे में डालने वाली ऐसी शर्मनाक घटनाओं को रोकने के लिए निवारक उपाय करने में ब्रिटेन की सरकार की विफलता को देखकर हम भी उतने ही स्तब्ध हैं। इस घटना में, भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने गुंडों का बहादुरी से मुकाबला किया और उनसे झंडा लेकर भारत का गौरव की रक्षा की। परिसर में उपयुक्त सुरक्षा की कमी के कारण भारतीय अधिकारी को यह कार्रवाई करनी पड़ी।”
इस बीच, खालिस्तान-समर्थक प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने रविवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया और इसे क्षति पहुंचाई। भारतीय-अमेरिकियों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले को लेकर ‘फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज’ (एफआईआईडीएस) ने कहा, “हम लंदन के साथ-साथ सैन फ्रांसिस्को में भी कानून-व्यवस्था की विफलता से चकित हैं, जहां कुछ कट्टरपंथी अलगाववादियों ने भारत के राजनयिक मिशन पर हमला किया।” (एजेंसी इनपुट के साथ)