नई दिल्ली : इसराइल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच बंधकों की रिहाई के लिए जल्द ही एक समझौते का ऐलान किया जाने वाला है। माना जा रहा है कि यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इजराइल के 7 अक्टूबर को बंधक बनाए गए ज्यादातर बच्चों और महिलाओं को हमास मुक्त कर देगा और इस डील के तहत इसराइल भी हमास के कुछ लोगों को रिहा करेगा ।
वाशिंगटन पोस्ट ने इजरायल के एक वरिष्ठ अधिकारी के जरिए जानकारी साझा करते हुए बताया कि दोनों देशों के बीच एक सीजफायर की तैयारी कर ली गई है। जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है। सोमवार को इस आशय के बारे में सामान्य रूपरेखा पर तालमेल बैठाने की कोशिश की गयी है। इस अस्थाई समझौते में इजरायली महिलाओं और बच्चों को रिहा करने की अपील की गई है। इसके बदले इजरायली जेल में बंद किए गए फिलिस्तीन महिलाओं और युवाओं को भी रिहा करने की तैयारी है।
ऐसा है रिहाई का प्लान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि इजरायल की ये इच्छा है कि उसके सभी 100 महिलाओं और बच्चों को तत्काल रिहा किया जाए। हालांकि शुरुआती तौर पर यह संख्या कम बताई जा रही है। इसके लिए हमास ने पहले यह संकेत दिया है कि वह पहले चक्र में केवल 70 महिलाओं और बच्चों को छोड़ने के लिए तैयार है। वहीं दूसरी ओर इजराइल से रिहा किया जाने वाले फिलिस्तीन महिलाओं और युवाओं की संख्या के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। एक अधिकारी ने बताया कि जेल में काम से कम 120 लोग ऐसे हैं, जिन्हें रिहा किया जा सकता है।
इसराइल के एक अधिकारी ने बताया कि बंधकों और कैदियों की अदला-बदली के लिए संभवत 5 दिनों तक सीजफायर हो सकता है। यह युद्ध विराम के दौरान इजराइल बंदियों को सुरक्षित यात्रा की अनुमति देगा और फिलिस्तीनी नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय सहायता की अनुमति भी दी जा सकती है।
इस बारे में यह भी चर्चा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल-थानी से बात की थी और इजरायल व हमास के बीच मध्यस्थता की कोशिश करने के लिए उनकी तारीफ की थी। व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए हैं कि सभी बंधकों की रिहाई बिना किसी देरी के की जानी चाहिए।
इस बात की आशंका
अमेरिकी अधिकारी इस बात को बखूबी जानते हैं कि हमास को खत्म किए बगैर इजरायल अपने ऑपरेशन को बंद नहीं करेगा। ऐसे में बंधक समझौते और सीजफायर से युद्ध को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही गोलाबारी को कुछ दिनों के लिए रोका जा सकता है। हालांकि इजरायल इस बात की पुष्टि चाहता है कि उसके बंदी बनाए गए सभी लोगों को तत्काल रिहा किया जाए, क्योंकि वह इसके बदले में फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली करने को तैयार है।
ऐसा माना जा रहा है कि हमास के साथ इजरायल की बातचीत अप्रत्यक्ष रूप से कतर के जरिए की जा रही है, क्योंकि कतर में ही हमास के राजनीतिक नेतृत्व ने शरण ले रखी है। कतर के प्रधान मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल-थानी ने दोहा में मध्यस्थता की पेशकश करते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिकी CIA निदेशक विलियम जे. बर्न्स और इजरायली खुफिया एजेंसी के चीफ डेविड बार्निया से मुलाकात की थी और बंधक रिहाई पर बातचीत की है। इसके सार्थक परिणाम जल्द दिख सकते हैं।